उत्तर प्रदेश

हिन्दी साहित्य के विद्वान व शिक्षाविद् प्रो. गिरिजाशंकर शुक्ल की मनाई 18वीं पुण्यतिथि

प्रतापगढ़ की लालगंज हसील बैठक भवन में शुक्रवार को हिन्दी साहित्य के विद्वान और शिक्षाविद् प्रो गिरिजाशंकर शुक्ल की 18वीं पुण्यतिथि मनाई गयी. कार्यक्रम का शुरुआत तहसीलदार धीरेन्द्र प्रताप सिंह और संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी महेश ने प्रो शुक्ल के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर किया.

 

तहसीलदार धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने बोला कि शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग देने वाले चरित्र सदैव समाज के लिए प्रेरणाश्रोत हुआ करते हैं. उन्होनें बोला कि प्रो गिरिजाशंकर शुक्ल का शैक्षिक विचारदर्शन और आध्यात्म के प्रति सशक्त चिंतन सार्थक समाज की स्थापना में याद किया जाता रहेगा. अध्यक्षता करते हुए संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी महेश ने प्रो शुक्ल के चरित्र और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए बोला कि लालगंज नगरीय क्षेत्र में शिक्षण संस्थानों की स्थापना के साथ गुणवत्तापरक शिक्षा की नींव रखने में उनका अप्रतिम सहयोग सदैव अविस्मरणीय रहेगा.

प्रो गिरिजाशंकर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई.

पूर्व अध्यक्ष कालिका प्रसाद पाण्डेय ने बोला कि प्रो गिरिजाशंकर ने साक्षरता एवं शिक्षा के शत्-प्रतिशत् लक्ष्य को पूर्ण किये जाने में कारगर किरदार निभाई. संचालन पूर्व अध्यक्ष विकास मिश्र ने किया. प्रो शुक्ल के कनिष्ठ सुपुत्र और अधिवक्ता ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने स्वागत भाषण में शिक्षा की उपादेयता पर प्रकाश डाला. वहीं प्रो शुक्ल के ज्येष्ठ पुत्र और लखनऊ यूनिवर्सिटी के रक्षा शोध संकाय के विभागाध्यक्ष डा ओमप्रकाश शुक्ल ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को वर्चुअल आभार जताया.

कार्यक्रम का संयोजन महामंत्री धीरेन्द्र शुक्ल और पूर्व उपाध्यक्ष संतोष पाण्डेय ने किया. कार्यक्रम को उपाध्यक्ष लाल विनोद सिंह, लेखपाल संघ के अध्यक्ष रामचंद्र त्रिपाठी, विपिन शुक्ल, शैलेन्द्र सिंह, गया प्रसाद मिश्र, सुमित त्रिपाठी, तपन पाण्डेय, अंजनी मिश्र, केबी सिंह, घनश्याम मिश्र, प्रमोद सिंह, संतोष तिवारी, शेष तिवारी, प्रवीण शुक्ल, शिव नारायण शुक्ल, विजय प्रकाश त्रिपाठी, ईश्वरचंद्र दुबे और गीता सिंह आदि रहे.

 

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