हैदराबाद टेस्ट के चौथे दिन जसप्रीत बुमराह पर ICC के नियमों को तोड़ने का लगा आरोप
भारतीय टीम अभी इंग्लैंड के साथ हिंदुस्तान में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है। भारतीय टीम की कमान सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के हाथों में है। हिंदुस्तान टीम को हैदराबाद मेन खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले में इंग्लैंड से करारी हार का सामना करना पड़ा था। इंग्लैंड ने टेस्ट मैच के चौथे दिन हिंदुस्तान को 28 रन से हराकर पहले टेस्ट मैच को जीत लिया था। खेले गए पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड के स्टार खिलाड़ी ओली पोप ने कमाल का प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी तरफ हिंदुस्तान पहले टेस्ट में मिली हार के बाद दूसरा झटका लगा। दरअसल, आईसीसी ने भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को कोड ऑफ कंडक्ट तोड़ने का गुनेहगार पाया है। हैदराबाद टेस्ट के चौथे दिन जसप्रीत बुमराह पर आईसीसी नियमों को तोड़ने का इल्जाम लगा। बहरहाल, इसके लिए अधिकारिक तौर पर जसप्रीत बुमराह को फटकार का सामना करना पड़ा है।
आईसीसी ने जसप्रीत बुमराह को जमकर लगाई फटकार
खेले गए पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड की दूसरी पारी के 81वें ओवर में जसप्रीत बुमराह गेंदबाजी कर रहे थे, इस बीच वह जानबूझकर ओली पोप के रास्ते में आ गए। इस दौरान जसप्रीत बुमराह और ओली पोप के बीच विवाद देखने को मिला। बता दें पहले टेस्ट में बतौर गेंदबाजी जसप्रीत बुमराह ने छह विकेट झटके। बहरहाल, अब आईसीसी ने जसप्रीत बुमराह को आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.12 का उल्लंघन करने का गुनेहगार पाया है। आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.12 के मुताबिक, यदि कोई खिलाड़ी अन्य खिलाड़ी या अंपायर के साथ अनुचित शारीरिक संपर्क में आते हैं तो उसे गुनेहगार करार दिया जाता है।
जसप्रीत बुमराह के खाते में जोड़े गए एक डिमेरिट प्वाइंट
बता दें, जसप्रीत बुमराह पर फाइन नहीं लगाया गया। क्योंकि पिछले 24 महीनों में उन्होंने पहली बार ऐसा किया। लेकिन जसप्रीत बुमराह के खाते में एक डिमेरिट प्वॉइंट्स जोड़ा गया। इससे पहले मैदानी अंपायर पॉल रिफेल और क्रिस गैफनी, तीसरे अंपायर माराइस इरास्मस और चौथे अंपायर रोहन पंडित ने जसप्रीत बुमराह पर नियमों को तोड़ने का इल्जाम लगाया था।
इस प्रकार तय की जाती है सजा
यह बताना महत्वपूर्ण है कि जब कोई खिलाड़ी 24 महीने की अवधि के भीतर चार या अधिक नेगेटिव अंकों तक पहुंचता है, तो उसे निलंबन लगाया जा सकता है। दो निलंबन अंक एक टेस्ट या दो वनडे या दो टी20 से प्रतिबंध के बराबर होते हैं। डिमेरिट अंक 24 महीने की अवधि तक बने रहेंगे, जिसके बाद उन्हें हटा दिया जाता है।