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कमाल के ऑलराउंडर थे इमरान, कपिल, बॉथम और हैडली

नई दिल्‍ली इंटरनेशनल क्रिकेट का 1980 से 1990 तक का दौर इस लिहाज से सुनहरा बताया जा सकता है कि इस दौरान फैंस ने 4 आला ऑलराउंडर्स-भारत के कपिल देव, पाकिस्‍तान के इमरान खान, न्‍यूजीलैंड के रिचर्ड हैडली और इंग्‍लैंड के इयान बॉथम को एक साथ खेलते देखा इन चारों प्‍लेयर्स को निर्विवाद रूप से सर गैरी सोबर्स के बाद विश्‍व क्रिकेट के सर्वश्रेष्‍ठ ऑलराउंडर बताया जा सकता था इन्‍हें तेज गेंदबाजी और धमाकेदार बल्‍लेबाजी करते हुए देखना रोमांचक अनुभव होता था गेंद और बल्‍ले-दोनों से ही ये किसी मैच का रिज़ल्ट बदलने की क्षमता रखते थे यही कारण है कि इनके क्रिकेट कौशल को अभी भी याद किया जाता है

इन चारों की क्रिकेट से ‘विदाई’ के बाद अब्‍दुर रज्‍जाक, अजहर महमूद, जैक्‍स कैलिस, एंड्यू फ्लिंटाफ, इरफान पठान, हार्दिक पंड्या, बेन स्‍टोक्‍स, मिचेल मॉर्श और कैमरन ग्रीन जैसे कई तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर्स सामने आए लेकिन कैलिस और एंड्यू फ्लिंटाफ ही इनके स्‍तर के आसपास थे इन चार ऑलराउंडर्स में जहां रिचर्ड हैडली सबसे सीनियर थे और कपिल देव सबसे जूनियर इन चारों में से कपिल और इमरान ने वर्ल्‍डकप में अपनी टीम का संचालन भी किया और टीम को एक-एक बार चैंपियन बनाया

टी20 क्रिकेट का इनके दौर में आगाज नहीं हुआ था वनडे क्रिकेट भी आज के दौर की तरह ‘तेजतर्रार’ नहीं हुआ था लेकिन टेस्‍ट और वनडे दोनों तरह के क्रिकेट में इनका रिकॉर्ड बहुत बढ़िया रहा 1951 में जन्‍मे न्‍यूजीलैंड के रिचर्ड हैडली (Richard Hadlee) की बात करें तो 86 टेस्‍ट में 22.29 के बेहतरीन औसत से 431 विकेट लेने के अतिरिक्त 27.16 के औसत से उन्‍होंने 3124 रन बनाए जिसमें दो शतक शामिल रहे 115 वनडे में 21.56 के औसत से 158 विकेट (पांच बार पारी में 5 विकेट) और 21.61 के औसत से 1751 रन भी हैडली के नाम पर दर्ज हैं

 

 

इमरान खान की कप्‍तानी में पाकिस्‍तान टीम ने 1992 का वर्ल्‍डकप जीता था (AFP)

पाकिस्‍तान के इमरान खान (Imran Khan) ने 88 टेस्‍ट और 175 वनडे खेले टेस्‍ट में 37.69 के औसत से 3807 रन (छह शतक) और 22.81 के औसत से 362 विकेट उनके नाम पर दर्ज हैं 1992 के वर्ल्‍डकप में पाकिस्‍तान को चैंपियन बनाने वाले इमरान ने 175 वनडे में 33.41 के औसत से 3709 रन (एक शतक) बनाए और 26.61 के औसत से 182 विकेट (एक बार पारी में पांच विकेट) लिए 1952 में पैदा हुए इमरान का गेंदबाजी का यह आंकड़ा और ऊपर हो सकता था लेकिन घुटने की चोट के चलते अपने करियर के कुछ टेस्‍ट और वनडे उन्‍होंने महज बैटर की हैसियत से खेले

1955 में जन्‍मे इंग्‍लैंड के इयान बॉथम (Ian Botham) ने 102 टेस्‍ट में 33.54 के औसत से 5200 रन (14 शतक) बनाने के अतिरिक्त 28.40 के औसत से 383 विकेट लिए 116 वनडे में 23.21 के औसत से 2113 रन (9 अर्धशतक) बनाए जबकि 28.54 के औसत से 145 विकट (तीन बार पारी में चार विकेट) लिए

‘खराब प्‍लानिंग, खराब मैनेजमेंट’: पाकिस्‍तानी दिग्‍गज ने वर्ल्‍डकप आयोजन को लेकर BCCI को कोसा

 

वर्ष 1959 में चंडीगढ़ में जन्‍मे कपिल देव को भारतीय क्रिकेट को वनडे में ऊंचाई पर पहुंचाने का श्रेय जाता है साल 1983 के वर्ल्‍डकप में हिंदुस्तान को चैंपियन बनाने वाले कपिल ने 131 टेस्‍ट में 29.64 के औसत से 434 विकेट लिए और 31.05 के औसत से 5248 रन बनाए जिसमें आठ शतक थे वनडे में उन्‍होंने 23.79 के औसत से 3783 रन बनाने के अतिरिक्त 27.45 के औसत से 253 विकेट भी लिए वनडे में नाबाद 175 रन की धमाकेदार पारी के अतिरिक्त हैट्रिक भी उनके नाम पर दर्ज है

वर्ल्‍डकप में चारों दिग्‍गजों का रिकॉर्ड
वर्ष 1975 से 1983 के बीच तीन वर्ल्‍डकप में हैडली ने 13 मैचों में 16.55 के औसत से 149 रन बनाने के अतिरिक्त 19.13 के औसत से 22 विकेट लिए इस दौरान 25 रन देकर पांच विकेट उनका सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन रहा बॉथम ने 1979 से 1992 के बीच चार वर्ल्‍डकप के 22 मैचों में 18.56 के औसत से 297 रन बनाने के अलाव 25.40 के औसत से 30 विकेट अपने नाम किए 31 रन देकर चार विकेट उनका सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन रहा इमरान खान ने 1975 से 1992 तक के 5 वर्ल्‍डकप के 28 मैचों में 35.05 के औसत से 666 रन बनाए और 19.26 के औसत से 34 विकेट लिए कपिल देव ने 1979 से 1992 तक चार वर्ल्‍डकप में 26 मैचों में 37.16 के औसत से 669 रन बनाए और 31.85 के औसत से 28 विकेट झटके इस दौरान 43 रन देकर 5 विकेट कपिल का सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन रहा

 

 

दक्षिण अफ्रीका के क्‍लाइव राइस भी कपिल, इमरान, बॉथम और हैडली की ही श्रेणी के ऑलराउंडर माने जाते थे रंगभेद नीति के कारण बैन के चलते वे सिर्फ़ तीन वनडे ही खेल सके प्रथम श्रेणी क्रिकेट में राइस ने 40.95 के औसत से 26331 रन बनाने के अतिरिक्त 22.49 के औसत से 930 विकेट झटके थे

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