इस योजना के तहत चार महीने पर किसानों के खाते में मिलेगा 2 हजार रुपये
नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने बिरसा मुंडा की धरती से 8 करोड़ किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 15वीं किस्त की राशि डीबीटी के जरिए जारी कर दी है। तत्पश्चात, 18 हजार करोड़ की राशि राष्ट्र भर के किसानों के एकाउंट में पहुंच गई। इसमें झारखंड के लगभग 12 लाख किसानों के एकाउंट में भी राशि स्थानन्तरित हुई है। 12 लाख किसानों के सभी कागजात पूरे हो चुके थे। शेष किसानों का कागजात अपडेट होने के पश्चात् राशि भेजी जायेगी। यह स्कीम 2018-19 में आरम्भ हुई है। उसके बाद से किसानों को राशि दी जा रही है। प्रदेश में सबसे पहले 28 लाख किसानों के खाते में राशि गयी थी। इस योजना के अनुसार चार महीने पर किसानों के खाते में 2 हजार रुपये दिये जाते हैं। 15वीं किस्त खूंटी से जारी की गई।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की धनराशि प्राप्त होने से बुंडू के मुकुंदर महतो खुश हैं। वह बोलते हैं कि पीएम किसान निधि योजना से प्राप्त हुई राशि को कृषि कार्य की इस्तेमाल में लगाते हैं। इस राशि से खेती के वक़्त किसान अपनी खेतीबाड़ी के लिए खाद-बीज की खरीदारी करते हैं। यह कठिन समय में काम आता है। यह राशि किसानों के लिए सबसे लाभदायो साबित हो रही है। इन्हें बीते 6 वर्षों से किसान सम्मान निधि की राशि मिलती है। मुकुंदर ने पीएम नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए बोला कि किसी भी गवर्नमेंट ने किसानों के लिए नहीं सोचा था। पीएम नरेंद्र मोदी ने किसानों को योगदान देकर बहुत बड़ा एहसान काम किया है।
ओरमांझी प्रखंड भीतर ग्राम कुच्चू निवासी किसान भानु प्रताप महतो ने केंद्र गवर्नमेंट द्वारा चलायी जा रही पीएम किसान सम्मान निधि योजना को किसानों के लिए वरदान और फायदेमंद बताया। उन्होंने बोला कि हमें 13 वीं किस्त प्राप्त हुई है। सम्मान निधि से मिलनेवाली राशि से किसानों को खेती लगाने में सहायता प्राप्त होती है। किसान समय पर खाद बीज आसानी से खरीद कर खेती लगाकर फायदा उठा रहे हैं। वहीं चकला ग्राम के किसान राजेश्वर महतो ने बोला कि हमें जब स्कीम आरम्भ हुआ है, तब से लगातार पीएम किसान समान निधि की राशि मिल रही है। उन्होंने बोला कि केंद्र गवर्नमेंट द्वारा चलायी गयी यह योजना किसानों के लिए जरूरी और फायदेमंद है। वक़्त पर योजना की राशि मिलने से किसानों को खेती करने के लिए बीज और खाद खरीदने में सहायता प्राप्त हो रही है।