राष्ट्रीय

पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए भीड़ को तितर-बितर करने के लिए किए लाठीचार्ज

कोलकाता: TMC नेता शाजहां शेख और उनके सहयोगियों द्वारा स्त्रियों के कथित यौन उत्पीड़न के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन के दौरान बढ़ते तनाव के बीच मंगलवार को दंगा प्रभावित संदेशखाली में पुलिस और बीजेपी (भाजपा) कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई.

तनाव तब बढ़ गया जब बीजेपी समर्थकों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय की ओर मार्च करते हुए कथित तौर पर बैरिकेड तोड़ दिए, जिससे क्षेत्र में काफी अशांति फैल गई. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया. सूत्र बताते हैं कि झड़प के दौरान कई स्त्री बीजेपी समर्थकों को चोटें आईं, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने उन पर पथराव प्रारम्भ कर दिया जिसके बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. अस्थिर स्थिति के उत्तर में, बीजेपी द्वारा प्रस्तावित आंदोलन कार्यक्रम की प्रत्याशा में, पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई. कानून प्रबंध बनाए रखने के लिए बशीरहाट में एसपी कार्यालय के आसपास सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू की गई थी. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया था.

कई दिनों से संदेशखाली में महिलाएं तृण मूल काँग्रेस नेता शाजहां शेख और उनके सहयोगियों द्वारा उनके विरुद्ध किए गए कथित अत्याचारों का विरोध कर रही हैं. आरोपों में शेख और उसके “गिरोह” द्वारा जबरन भूमि पर कब्जा करना और यौन उत्पीड़न शामिल है. इसी तरह की झड़पें बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुईं, जहां वाम मोर्चा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच विवाद हुआ, जिसके परिणामस्वरूप लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल हुआ. सूत्रों ने कहा कि कार्यकर्ताओं द्वारा पथराव प्रारम्भ करने के बाद पुलिस ने बल प्रयोग किया. मुर्शिदाबाद के बहरामपुर क्षेत्र में वाम मोर्चा किसान मंच द्वारा आयोजित एक रैली को पुलिस अवरोध का सामना करना पड़ा, जिससे विवाद की स्थिति पैदा हो गई क्योंकि वामपंथी कार्यकर्ताओं ने पुलिस बैरिकेड तोड़ दिए.

Related Articles

Back to top button