महिलाओं के शोषण के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई
Sandeshkhali Incident SC Hearing: संदेशखाली अत्याचार (Sandeshkhali Violence) पर पश्चिम बंगाल में राजनीतिक संग्राम छिड़ा हुआ है। ये मुद्दा अब राष्ट्र की सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) में पहुंच चुका है। स्त्रियों के उत्पीड़न के मुद्दे में आज उच्चतम न्यायालय में सुनवाई होगी। भाजपा भी संदेशखाली की स्त्रियों की लड़ाई पश्चिम बंगाल से दिल्ली तक लड़ रही है। इस बीच 7 मार्च को प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के पश्चिम बंगाल दौरे को लेकर अभी से राजनीति प्रारम्भ हो गई है। संदेशखाली में स्त्रियों पर अत्याचार से ममता गवर्नमेंट चौतरफा घिर गई है। इस बीच, स्त्रियों की लड़ाई की सुनवाई सबसे बड़ी न्यायालय में होगी।
मणिपुर की तर्ज पर हो संदेशखाली की जांच
संदेशखाली में स्त्री उत्पीड़न को लेकर सुलगते प्रश्नों पर देशभर में गुस्से की आग भड़क रही है। ममता के राज में बंगाल की बेटियों पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा राष्ट्र की सबसे बड़ी न्यायालय तक पहुंच चुका है। आज उच्चतम न्यायालय संदेशखाली मुद्दे की सुनवाई करेगा। उच्चतम न्यायालय में दाखिल जनहित याचिका में मांग की गई है कि मुद्दे की सुनवाई पश्चिम बंगाल से बाहर हो। उच्चतम न्यायालय की नज़र में सीबीआई या SIT से जांच हो। मणिपुर की तरह ही 3 जजों की कमेटी का गठन हो। पीड़ितों को मुआवजा और गुनेहगार पुलिसवालों पर एक्शन हो।
DM, SP और एसएचओ हुए तलब
वहीं, भाजपा लगातार ममता गवर्नमेंट पर गंभीर इल्जाम लगा रही है। स्त्रियों पर हुए अत्याचार पर प्रश्न पूछ रही है। दूसरी तरफ, भाजपा बंगाल अध्यक्ष सुकांता मजूमदार पर हुए हमले के मुद्दे में भी एक्शन तेज हो गया है। आज संसद की विशेषाधिकार समिति बैठक करेगी। पूरे मुद्दे में पश्चिम बंगाल के DGP को तलब किया गया है। पश्चिम बंगाल के चीफ सेक्रेटरी, संबंधित जिले के DM, SP और एसएचओ को तलब किया है। दरअसल, संदेशखाली में एंट्री करने से रोके जाने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं की पुलिसवालों के साथ झड़प हुई थी, उस दौरान सुकांत मजूमदार घायल हो गए थे।
शाहजहां शेख की गिरफ्तारी क्यों नहीं?
एक तरफ, संदेशखाली को लेकर प्रश्न उठ रहे हैं। वहीं, तृण मूल काँग्रेस को 10 दिन बाद वहां जाने की याद आई। तृण मूल काँग्रेस विधायक पार्थ भौमिक की प्रतिनिधित्व में एक प्रतिनिधि मंडल संदेशखाली पहुंचा। दावा ये किया कि वो सच जानने आए थे। हालांकि, मुद्दे में अभी केवल एक आरोपी शिबू हाजरा को अरैस्ट किया गया है। लेकिन मुख्य आरोपी शाहजहां शेख अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
कहां है शाहजहां शेख?
अब बड़ा प्रश्न ये है कि मुख्य आरोपी शेख शाहजहां कहां है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं कर पा रही है? शेख शाहजहां 5 जनवरी से ही फरार है। संदेशखाली की महिलाएं लगातार शेख शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं। लेकिन पुलिस का दावा है कि उसके विरुद्ध कोई केस ही नहीं है।
इस बीच सूत्रों से समाचार है कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी 7 मार्च को पश्चिम बंगाल के बारासत जाएंगे। यहां वो स्त्रियों की बड़ी रैली को संबोधित करेंगे। इस रैली के जरिए बीजेपी संदेशखाली का अत्याचार पूरे राष्ट्र को बताने की प्रयास करेगी। बारासत से संदेशखाली की दूरी महज 60 किलोमीटर है। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी वहां से स्त्री सुरक्षा के मामले पर ममता गवर्नमेंट को घेरेंगे।