न्यायिक हिरासत में बंद शकुंतला वसावा की तबीयत बिगड़ने पर हुई भर्ती
नर्मदा: आप नेता चैतर वसावा की पत्नी की तबीयत बिगड़ गई है। न्यायिक हिरासत में बंद शकुंतला वसावा की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। आप के क्षेत्रीय अध्यक्ष इसुदान गहवी उनसे मिलने राजपीपला सिविल हॉस्पिटल पहुंचे। जहां उन्हें उनसे मिलने जाने से रोका गया।
जीससदान गढ़वी ने क्या कहा?
इसुदान गढ़वी ने कहा, मैं राजनीति में रहकर दोहरी किरदार में आ सकता हूं। टाइगर अभी डरो मत। चैतर वसावा पर भाजपा ने गलत ढंग से मुकदमा दर्ज कराया है। चैतर वसावा बेगुनाह हैं और जल्द ही सामने आएंगे। आदिवासी समाज पर धावा हो रहा है।
वन भूमि की जुताई के मामले पर नर्मदा जिले के डेडियापाड़ा के आप विधायक चैतर वसावा ने वन विभाग के कर्मचारियों को अपने घर बुलाया, उन्हें जान से मारने की धमकी दी और एक राउंड फायरिंग की। चैतर वसावा अभी फरार है। इस मामले पर कुछ दिन पहले आम आदमी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में येसुदान गढ़वी ने कहा, भाजपा की मानसिकता आदिवासी विरोधी है। बीजेपी ने हमेशा आदिवासियों का अपमान किया है। चैतर वसावा आदिवासी समाज के प्रतीक हैं। भाजपा आदिवासी समाज के विरुद्ध षड्यंत्र कर रही है। इससे पूरे आदिवासी समाज में आक्रोश है। वन विभाग के अमले ने जमीन पर किया गया पौधारोपण काट दिया, अमले ने किसानों की खड़ी फसल को नष्ट कर दिया, किसान-वन विभाग के अमले के बीच हुआ समझौता।
30 अक्टूबर की घटना की कम्पलेन 2 नवंबर को दर्ज की गई थी। फायरिंग नहीं हुई, सबूत दें। यह भाजपा के इशारे पर की गई कम्पलेन है। येसुदान गढ़वी ने पुलिस विभाग पर प्रश्न उठाते हुए कहा, ”एक कारण है कि चैतर वसावा चुनाव प्रचार नहीं कर सकते। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कहा, गवर्नमेंट 2024 के चुनाव को लेकर विधायक को परेशान करना चाहती है। लोकप्रिय विधायक आदिवासी समाज उनके साथ है।अंबाजी से लेकर उमरगाम तक आदिवासी समाज चैतर वासवानी के साथ है। सरकार को ये सभी इल्जाम वापस लेकर उन्हें बेगुनाह घोषित करना चाहिए।