भारत ने नेपाल के पुनर्निर्माण के लिए की 1,000 करोड़ रुपये अनुदान की घोषणा
काठमांडू। भारत ने गुरुवार को विदेश मंत्री स्तर पर नेपाल-भारत संयुक्त आयोग की सातवीं बैठक के दौरान नेपाल के पुनर्निर्माण को लिए 1,000 करोड़ रुपये (नेपाली रुपया) आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
इससे पहले, हिमालयी देश में 2015 में आए विध्वंसक भूकंप के बाद, हिंदुस्तान ने नेपाल के पुनर्निर्माण के लिए 1 बिलियन $ के आर्थिक सहायता और कर्ज की घोषणा की थी।
एक अधिकारी ने कहा कि 1,000 करोड़ रुपये की घोषित सहायता नयी है। इस समझौते पर भारतीय विदेश मंत्री एस। जयशंकर की काठमांडू यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए गए।
जयशंकर गुरुवार को दो दिवसीय यात्रा पर काठमांडू (नेपाल) पहुंचे। उन्होंने राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और पीएम पुष्प कमल दहल से शिष्टाचार मुलाकात की।
अन्य तीन समझौते नेपाल में ‘उच्च असर सामुदायिक विकास परियोजनाओं’ का कार्यान्वयन हैं, जिसके लिए हिंदुस्तान अपने पड़ोसी देश में प्रत्येक छोटी परियोजना के लिए 200 मिलियन एनपीआर प्रदान करेगा।
दूसरा समझौता दोनों राष्ट्रों के बीच दीर्घकालिक बिजली व्यापार के लिए है, जिसमें नेपाल अगले 10 सालों में 10,000 मेगावाट तक ऊर्जा निर्यात कर सकता है।
इसी तरह, दोनों पक्षों ने नेपाल विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी अकादमी द्वारा विकसित नैनो उपग्रह के लिए सेवा समझौता प्रारम्भ किया है। समझौते पर नेपाल एकेडमी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी और न्यूस्पेस इण्डिया लिमिटेड के बीच हस्ताक्षर किए गए।
एक अधिकारी ने बोला कि दूसरा समझौता ज्ञापन नेपाल विद्युत प्राधिकरण और एनटीपीसी लिमिटेड, हिंदुस्तान के बीच नवीकरणीय ऊर्जा विकास में योगदान के लिए था।