गर्भवती महिलाओं को सरकार दे रही ₹5000, ऐसे उठाएं इस योजना का लाभ
राज्य में सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित वर्ग की गर्भवती माताएं और नवजात शिशुओं के स्वस्थ की देखभाल के लिए पीएम मातृ वंदना योजना लाई गई है। इसका उद्देश्य है कि जरूरतमंद गर्भवती और प्रसूति स्त्रियों को प्रसव से पहले और प्रसव के बाद जरूरी आराम मिल सके। केंद्र गवर्नमेंट की पहल पर पीएम मातृ वंदना योजना के अनुसार माताओं को पहली जीवित संतान पर 5000 रुपय की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
योजना के अनुसार पहली किश्त माताओं के गर्भावस्था में पंजीकरण के लिए ₹1000 रुपए, दूसरी किश्त राज्य गवर्नमेंट /UT गवर्नमेंट द्वारा चिन्हित / स्वीकृत स्वास्थ्य स्थानों / आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मासिक धर्म (LMP) से छह माह की अवधि में प्रसव पूर्व जांच (Ante natal check up) कराने के बाद 2,000 रुपए की राशि प्रदान की जाती है। वहीं, तीसरी किश्त बच्चे के जन्म के पंजीकरण और बच्चे द्वारा BCG, OPV, DPT और हेपेटाइटिस-बी के प्रथम चक्र के टीके और खुराक प्राप्त करने के बाद 2000 हजार रुपए मिलते हैं। इसके अतिरिक्त पीएम मातृ वंदना योजना के अनुसार द्वितीय जीवित संतान बालिक होने पर एक किश्त में पर ₹6000 रुपए की आर्थिक सहायता कराई जाती है।
योजना का फायदा लेने के लिए लाभुक की पात्रता और शर्तें…
• अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति समुदाय की महिलाएं
• पूर्ण दिव्यांगता अथवा आंशिक दिव्यांगत्ता (40%) वाली महिलाएं
•BPL राशन कार्डधारी महिलाएं
•आयुष्मान हिंदुस्तान के तहत् पीएम जन आरोग्य योजना (PMJAY) की लाभूक महिलाएं
•ई श्रम कार्डधारी महिलाएं
• किसान सम्मान निधि योजना की लाभूक कृषक महिलाएं
• मनरेगा नौकरी कार्डधारी महिलाएं
• आठ लाख से कम की सही वार्षिक आय वाले परिवार की महिलाएं
• गर्भवती आँगनबाड़ी सेविकाएं,आंगनबाड़ी सहायिकाएं और आशा कार्यकर्ता
इस योजना में आवेदन करने के लिए लाभ पाने वाले द्वारा आंगनबाड़ी सेविका और स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से बाल विकास परियोजना कार्यालय में जाकर आवेदन जमा कर सकते हैं और इसके बाद स्त्री पर्यवेक्षित द्वारा योजना की पोर्टल पर आवेदन का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। वहीं योजना के लिए लाभुक पर जाकर लागू कर सकते हैं। इस योजना के आवेदन के लिए बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र राशन कार्ड, माता-पिता का पहचान पत्र, बैंक खाता पासबुक की प्रति की आवश्यकता पड़ती है।