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इन तीनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के साथ टक्कर

 आज राज्यसभा के सांसदों के लिए 3 राज्यों में चुनाव हो रहे हैं। इसके जरिए कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में 15 सीटों के लिए कड़ा मुकाबला हो रहा है। भाजपा अपने सहयोगी दलों के साथ जुगाड़ लगाकर सभी तीन राज्यों में अपने 3 अतिरिक्त राज्यसभा सांसद की जीत सुनिश्चित करना चाह रही है, जबकि कांग्रेस व समाजवादी पार्टी अपने सहयोगी लोगों के साथ मिलकर भाजपा की चाल नाकाम करने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों खेमों के द्वारा विधायकों अपने पाले में खींचकर क्रॉस वोटिंग कराने की तैयारी है, जिसमें भाजपा सफल होती दिखायी दे रही है।

आज 15 राज्यों के 56 राज्यसभा सांसदों का चयन किया जाना है, जिसमें से 12 राज्य ऐसे हैं, जहां पर रिक्त सीटों के बराबर नामांकन पत्र भरे गए थे, जिससे 12 राज्यों में मतदान नहीं होगा। सभी नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवारों को विजेता घोषित कर दिया जाएगा, जबकि कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में 15 सीटों के लिए कड़ा मुकाबला होने वाला है। इन तीनों राज्यों में कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के साथ टक्कर है, जबकि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला समाजवादी पार्टी के साथ है। इन तीनों राज्यों में क्रॉस वोटिंग की संभावना है, जिसको लेकर इन तीनों राज्यों में राजनीतिक रणनीतिकार अपनी-अपनी रणनीति साधने में जुटे हुए हैं।

जहां तक उत्तर प्रदेश की बात है यहां पर भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन दलों की भोज पार्टी में सभी नेता व विधयक उपस्थित थे, लेकिन समाजवादी पार्टी के डिनर में आठ विधायक नहीं जा सके, जिसको लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि सपा के कई विधायक पाला बदलने के मूड में दिख रहे हैं।

 

कर्नाटक में भी हो सकता है ‘नाटक’
वहीं कर्नाटक में भी राज्यसभा चुनाव में कांटे का मुकाबला है। यहां भी भाजपा-जद(एस) गठबंधन ने अपना दूसरा उम्मीदवार (कुपेंद्र रेड्डी) मैदान में उतारकर मामले को दिलचस्प बना दिया है। हालांकि गठबंधन चार में से केवल एक सीट जीतने की ताकत रखता है। कर्नाटक में कांग्रेस के पास 134 विधायक जबकि भाजपा के पास 66 और जद (एस) के पास 19 विधायक हैं, जबकि चार अन्य विधायक हैं।

हिमाचल में भी भाजपा की कूटनीतिक चाल
 हिमाचल में कांग्रेस पार्टी ने यहां से अभिषेक मनु सिंघवी को अपना उम्मीदवार बनाकर राज्यसभा में भेजने की तैयारी की है। इनको जीत दिलाने के लिए किसी भी पार्टी को 35 वोट की जरूरत होगी, जबकि कांग्रेस के पास 40 विधायकों के साथ तीन निर्दलीय भी साथ दे रहे हैं। ऐसे में हिमाचल में कांग्रेस का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है। हालांकि, बीजेपी ने यहां हर्ष महाजन को टिकट देकर क्रॉस वोटिंग कराने का जुगाड़ लगाया। हर्ष महाजन कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए हैं। ऐसे में बीजेपी उम्मीद करेगी कि हर्ष कांग्रेस विधायकों से क्रॉस वोटिंग कराने में सफल होंगे।

आपको बता दें कि राज्यसभा चुनाव के लिए सुबह 9 से लेकर शाम 4 बजे तक विधानसभा परिसर में मतदान कराया जाएगा।

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