राष्ट्रीय

पीएम मोदी के नेतृत्व के मुरीद हुए दुनिया के ये सारे बड़े देश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दुनिया में धमक और लोकप्रियता में लगातार बढ़ोत्तरी होता जा रहा है एक तरफ जहां अमेरिका और यूरोपियन राष्ट्र प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के मुरीद हैं, तो वहीं रूस-युक्रेन युद्ध में हिंदुस्तान के स्टैंड के बावजूद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफों के पुल बांधने में लगे हुए हैं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बोला है कि हिंदुस्तान या भारतीय लोगों के हितों के विरुद्ध कार्रवाई या राष्ट्रहित में ​फैसले के लिए प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को डराने, धमकाने या विवश कर सकने की मैं कल्पना भी नहीं कर सकता

रूस के राष्ट्रपति की तारीफ़ महज संयोग नहीं बल्कि ये हिंदुस्तान की दुनिया में बढ़ती साख का एक परिचय है प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की दुनिया में धमक का ही नतीजा है कि आज विश्व के सबसे लोकप्रिय नेताओं की सूची में उन्हें अव्वल जगह पर रखा गया है मॉर्निंग कंसल्ट के मुताबिक, प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी 76% की अप्रूवल रेटिंग के साथ सबसे लोकप्रिय अंतरराष्ट्रीय नेता हैं

इस सर्वे में दूसरे पायदान पर मैक्सिको के राष्ट्रपति ओब्राडोर रहे, जिन्हें 66% की रेटिंग मिली है वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन 37% अप्रूवल रेटिंग के साथ 8वें पायदान पर हैं, जबकि इसी सर्वे में इटली की पीएम जॉर्जिया मैलोनी 41% रेटिंग के साथ छठे पायदान पर हैं

सबसे विश्वसनीय नेता पीएम मोदी
मॉर्निंग कंसल्ट ने ही इसी वर्ष सितंबर में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को विश्व स्तर पर सबसे अधिक विश्वसनीय नेता कहा था मॉर्निंग कंसल्ट की ओर से कराए गए इस सर्वे में सामने आया था कि 76 फीसदी लोगों ने प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व को पसंद किया था

एक समय दूसरे विश्वयुद्ध के बाद दुनिया दो धड़ों में बंट गई थी अमेरिका और रूस, दुनिया की दो धुरी की तरह थे दुनिया के अनेक राष्ट्र या तो अमेरिका के साथ खड़े हुए थे या रूस के साथ… हालांकि जब दुनिया दो धुरी में बंटी थी तब भी हिंदुस्तान की किरदार तटस्थ रही हिंदुस्तान ना तो अमेरिका के साथ गया और ना ही रूस के साथ, लेकिन हिंदुस्तान और रूस की नजदीकी किसी से छिपी नहीं थी

रूस हिंदुस्तान के सबसे भरोसेमंद दोस्त के तौर में जाना जाता था हिंदुस्तान रूस की दोस्ती की मिसाल दी जाती थी लेकिन 90 के दशक के बाद स्थितियों में परिवर्तन हुआ और हिंदुस्तान ने भी अपनी विदेश नीति में परिवर्तन किए हालांकि साल 2014 में राष्ट्र की बागडोर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथ आने के बाद से हिंदुस्तान की विदेश नीति में खासा परिवर्तन देखने को मिला हिंदुस्तान ने एक और जहां रूस के साथ अच्छे संबंधों को बढ़ाया, वहीं अमेरिका के साथ भी नजदीकियां बढ़ीं हिंदुस्तान और अमेरिका के संबंध लगातार मजबूत होते चले गए यूरोपीय राष्ट्रों के साथ भी हिंदुस्तान के रिश्तो में और गर्माहट देखने को मिली धीरे-धीरे हिंदुस्तान दूसरे राष्ट्रों के पीछे चलने वाला राष्ट्र नहीं, बल्कि दुनिया की प्रतिनिधित्व करने वाले राष्ट्र बन गया

आज प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रतिनिधित्व में हिंदुस्तान को दुनिया ग्लोबल साउथ के लीडर के तौर, दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और ताकतवर राष्ट्र के तौर पर जाने जाने लगा है दुनिया के नजरिये में ये परिवर्तन एक दिन में नहीं हुआ है, बल्कि पिछले 9 वर्ष के दौरान प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की विदेश नीति ने दुनिया को हिंदुस्तान की तरफ देखने के नजरिये में बड़ा परिवर्तन ला दिया है आज अमेरिका हिंदुस्तान का मुरीद है, तो रूस भी प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा के क़सीदे पढ़ रहा है

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