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लालू यादव के दामाद को अखिलेश यादव ने बनाया उम्मीदवार

समाजवादी पार्टी ने आनें वाले लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की एक और सूची जारी की है, जिसमें कन्नौज और बलिया सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की गई है. अखिलेश यादव ने अपने परिवार के सदस्य और लालू प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप यादव को कन्नौज से उम्मीदवार चुना है, जबकि सनातन पांडे को बलिया से मैदान में उतारा है.

समाजवादी पार्टी के भीतर पिछले कुछ समय से कन्नौज सीट को लेकर अटकलें चल रही थीं, ऐसी अफवाहें थीं कि पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव वहां से चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि, अब यह साफ हो गया है कि अखिलेश इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. इसके बजाय, उन्होंने इस सीट के लिए अपने भतीजे को नामांकित किया है. तेज प्रताप यादव के पिता रणवीर सिंह यादव, अखिलेश यादव के चचेरे भाई और एक एक्टिव राजनेता थे, जो ब्लॉक प्रमुख के रूप में कार्यरत थे. तेज प्रताप की पत्नी राजलक्ष्मी बिहार के पूर्व सीएम और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की बेटी हैं.

तेज प्रताप यादव पहले मैनपुरी से सांसद रह चुके हैं. 2014 के चुनाव में जब नेताजी मुलायम सिंह यादव ने आज़मगढ़ और मैनपुरी दोनों सीटों से चुनाव लड़ा और दोनों सीटें जीत लीं तो उन्होंने मैनपुरी सीट खाली कर दी. इसके बाद तेज प्रताप यादव ने उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल की. हालाँकि, 2019 के चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया गया और नेताजी ने फिर से मैनपुरी से चुनाव लड़ा. मुलायम सिंह के रिटायरमेंट के बाद इस सीट पर हुए उपचुनाव में डिंपल यादव ने जीत हासिल की थी.

कन्नौज में तेज प्रताप यादव का मुकाबला भाजपा उम्मीदवार और मौजूदा सांसद सुब्रत पाठक से होगा. इससे पहले, जब अखिलेश के कन्नौज से चुनाव लड़ने की अटकलें थीं, तो सुब्रत पाठक ने टिप्पणी की थी कि उन्होंने सुना है कि “खुद बाहुबली” आ रहे हैं. हालांकि, अखिलेश के निर्णय से सभी अटकलों पर विराम लग गया है. साथ ही सपा ने बलिया सीट से सनातन पांडे को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. बलिया के चिलकहर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक सनातन पांडे समाजवादी पार्टी गवर्नमेंट में मंत्री भी रह चुके हैं. उनका मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार नीरज शेखर से होगा, जो पूर्व पीएम चंद्रशेखर के बेटे हैं, जो बलिया से दो बार सांसद चुने गए हैं

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