राकेश मोहन पांडेय हो सकते हैं छत्तीसगढ़ के स्थाई न्यायाधीश
वहीं प्रस्ताव में बोला गया है कि कॉलेजियम, जिसमें न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और बीआर गवई भी शामिल हैं, जिन्होंने सिफारिश की है कि अतिरिक्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति वसीम सादिक नरगल को एक साल के नए कार्यकाल के लिए अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया जाए.
दरअसल 22 नवंबर 2023 को छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के कॉलेजियम ने सर्वसम्मति से अतिरिक्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति पांडे को हाई कोर्ट के स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने और न्यायमूर्ति राजपूत और न्यायमूर्ति अग्रवाल के वर्तमान कार्यकाल को आगे बढ़ाने के लिए सिफारिश की थी.
कॉलेजियम ने बोला कि उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम के 26 अक्टूबर 2017 के संकल्प के संदर्भ में हिंदुस्तान के मुख्य न्यायाधीश द्वारा गठित उच्चतम न्यायालय के दो न्यायाधीशों की समिति ने उपरोक्त अतिरिक्त न्यायाधीशों के फैसलों का आंकलन किया. कॉलेजियम ने उपरोक्त नामों की योग्यता और उपयुक्तता का आंकलन करने के लिए रिकॉर्ड पर रखी गई सामग्री की जांच और मूल्यांकन किया. मुद्दे के सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद कॉलेजियम ने निर्णय किया है कि न्यायमूर्ति राकेश मोहन पांडे, अतिरिक्त न्यायाधीश, स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त होने के लिए फिट और उपयुक्त हैं और न्यायमूर्ति सचिन सिंह राजपूत और न्यायमूर्ति राधाकिशन अग्रवाल हाई कोर्ट के कॉलेजियम की सिफारिश के मुताबिक नए कार्यकाल के लिए नियुक्त किए जाने के पात्र हैं.