मोदी ने जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में रैली को संबोधित करते हुए विरोधियों पर किया जमकर हमला
PM Modi in Udhampur: पीएम मोदी ने जम्मू और कश्मीर के उधमपुर में रैली को संबोधित करते हुए विरोधियों पर जमकर धावा किया। उन्होंन बोला कि दशकों बाद जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद और सीमा पार से गोलीबारी के डर के बिना चुनाव करवाने का काम किया जा रहा है। जम्मू कश्मीर के लोगों की लंबे समय से चली आ रही पीड़ा को खत्म करने का वादा हमारी गवर्नमेंट के द्वारा पूरा किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने उधमपुर में रैली को संबोधित करते हुए बोला कि मैं किसी भी सियासी दल विशेषतौर पर कांग्रेस पार्टी को अनुच्छेद 370 वापस लाने की चुनौती देता हूं। वे ऐसा नहीं कर पाएंगे।
कांग्रेस ने जम्मू और कश्मीर में 370 की दीवार बनाई
पीएम मोदी ने बोला कि सत्ता के लिए कांग्रेस पार्टी ने जम्मू और कश्मीर में 370 की दीवार बनाई थी। आपके आशीर्वाद का ही असर है कि मोदी ने धारा 370 की दीवार को ध्वस्त कर दिया। मैं हिंदुस्तान के किसी भी सियासी दल, विशेषकर कांग्रेस पार्टी को चुनौती देता हूं कि वे घोषणा करें कि वे अनुच्छेद 370 को वापस लाने का काम करेंगे। यह राष्ट्र उनकी ओर देखेगा भी नहीं।
पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें
- प्रधानमंत्री मोदी ने उधमपुर में रैली में बोला कि मुझ पर भरोसा करें। मैं उन सभी समस्याओं को दूर करूंगा जिनसे पिछले 60 सालों से जम्मू कश्मीर के लोग पीड़ित हैं।
- पीएम मोदी ने बोला कि वह समय दूर नहीं जब जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव होंगे, साथ ही राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा।Read Also : पीएम Modi in Rishikesh : अब आतंकियों को घर में घुस के मारा जाता है, ऋषिकेश की रैली में कहे पीएम मोदी
- रैली को संबोधित करते हुए पीएम ने बोला कि कांग्रेस पार्टी और उनका पूरा तंत्र, यदि कभी मुंह से राम मंदिर भी निकल गया तो चिल्लाने लग जाती है। कांग्रेस पार्टी कहती है कि राम मंदिर भाजपा के लिए चुनावी मामला है। तो मैं उनसे बोलना चाहता हूं कि राम मंदिर ना कभी चुनाव का मामला था, ना चुनाव का मामला है और ना ही कभी चुनाव का मामला बनेगा।
- पीएम मोदी ने बोला कि राम मंदिर का संघर्ष तो तब से हो रहा था जब भाजपा का जन्म भी नहीं हुआ था। कई बरसों तक लोगों को अपनी ही आस्था के लिए क्या-क्या नहीं झेलना पड़ा। कांग्रेस पार्टी और उसके सहयोगी दलों के नेता बड़े-बड़े बंगलों में रहते थे और राम लला टेंट में रहते थे। जब राम लला का टेंट बदलने की बात आती थी तो लोग मुंह फेर लेते थे, न्यायालय की धमकियां देते थे।