पीएम मोदी ने बताया 10 साल का प्लान, आरबीआई गवर्नर ने क्या कहा…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोला कि हिंदुस्तान को अगले 10 सालों में आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता है ताकि देश अंतरराष्ट्रीय वजह से अधिक प्रभावित न हो. रिजर्व बैंक के 90 वर्ष पूरे होने के मौके पर पीएम ने ये बात कही. मोदी ने बोला कि बैंकिंग सेक्टर अब मुनाफे में आ गया है और पिछले दशक में उनकी गवर्नमेंट और आरबीआई द्वारा किए गए प्रयासों के कारण लोन बुक ग्रोथ बढ़ रही है. इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) से लेकर यूपीआई की भी कामयाबी का भी जिक्र किया.
केस स्टडी के योग्य है बदलाव
पीएम मोदी ने बोला कि साफ नीति, इरादे और फैसला लेने के संयोजन से बैंकिंग प्रणाली में सुधार हुआ है. भारतीय बैंकिंग सिस्टम का बदलाव, एक मुकदमा स्टडी है. प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट यानी एनपीए की गिरावट का जिक्र किया है. उन्होंने बोला कि बैंकों का ग्रॉस एनपीए वर्ष 2018 में लगभग 11.25 फीसदी था जो सितंबर 2023 तक घटकर 3 फीसदी से कम हो गया.
पीएम मोदी ने बोला कि ट्विन बैलेंस शीट की परेशानी अब अतीत की बात हो गई है और बैंक अब लोन में 15 फीसदी की वृद्धि दर्ज कर रहे हैं. पीएम मोदी के अनुसार आज यूपीआई को पूरे विश्व में मान्यता प्राप्त है. आने वाले दस सालों में केंद्रीय बैंक को डिजिटल लेनदेन और वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाने को अहमियत देनी होगी.
सिक्के का अनावरण
आरबीआई की 90वीं वर्षगांठ पर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्मारक सिक्के का अनावरण भी किया. इस मौके पर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी उपस्थित रहीं. बता दें कि राष्ट्र के केंद्रीय बैंक के रूप में आरबीआई की स्थापना 1935 में हुई थी और यह आरबीआई अधिनियम, 1934 के साथ-साथ हिल्टन यंग कमीशन की सिफारिशों द्वारा विनियमित है.
आरबीआई गवर्नर ने क्या कहा
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बोला कि केंद्रीय बैंक का कोशिश अगले दशक में एक स्थिर और मजबूत वित्तीय प्रणाली प्रदान करना होगा, जो राष्ट्र की आर्थिक प्रगति के लिए आधार के तौर पर काम करेगी. उन्होंने बोला रिजर्व बैंक एक स्थिर और मजबूत वित्तीय प्रणाली पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जो हमारे राष्ट्र की आर्थिक प्रगति के लिए आधार के तौर पर काम करेगी. गवर्नर ने इस बात पर बल दिया कि एक संस्था के रूप में रिजर्व बैंक का विकास भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के साथ निकटता से जुड़ा हुआ है. वहीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बोला कि आरबीआई मुद्रास्फीति पर काबू पाने में सफल रहा है.