देश में जहां एक ओर तेज गर्मी है तो वहीं पहाड़ी इलाक़ों में हो रही जमकर बारिश- बर्फ़बारी
Jammu Kashmir Weather in Hindi: राष्ट्र में जहां एक और जहां तेज गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। वहीं पहाड़ी इलाक़ों में पिछले 2 दिनों से जमकर बारिश- बर्फ़बारी हो रही है। मौसम के बदले इस मिजाज़ से जम्मू कश्मीर के कई इलाक़े बर्फ़ से ढके नज़र आ रहे हैं। इनमें जम्मू कश्मीर का कुपवाड़ा भी शामिल है, जहां हुई ताज़ा बर्फ़बारी में पहाड़ पूरी तरह से बर्फ की सफेद चादर में ढक गए। जहां तक नज़र जा रही है, वहां तक केवल बर्फ़ ही बर्फ़ नज़र आई। पेड़, पहाड़, मकान, सब बर्फ से ढके दिख रहे हैं। इस दौरान वहां बिजली के खंभों पर लगी तारों पर भी बर्फ़ की मोटी परत चढ़ी नज़र आई।
जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा में भी ज़बरदस्त बर्फबारी हुई, पूरा का पूरा शहर बर्फ से ढका नज़र आया, सड़क पर खड़ी गाड़ियों और वहां उपस्थित मकानों की छतों पर बर्फ़ की मोटी परत जमीं दिखाई दी। लगातार हो रही बर्फबारी की वजह से सड़कों पर कई फीट तक बर्फ जम गई जिससे रास्तों का नामों निशान मिट गया। जिसके बाद मशीनों की सहायता से रास्तों पर जमी बर्फ को हटाया गया।
गाड़ियों की आवाजाही पर लगी रोक
जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में बर्फ़बारी की वजह से गाड़ियों की आवाजाही पर पूरी तरह से ब्रेक लग गया। इस दौरान सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतारें लगी दिखाई दी। वहीं फंसे हुए ट्रकों को मशीनों की सहायता से निकाल कर रवाना किया गया। बांदीपोरा क्षेत्र में बर्फबारी के ऐसे ही हाल हैं।
पीओके से सटे कुपवाड़ा जिले में तो भारी बारिश की वजह से विद्यालय बंद रखने पड़े। प्रदेश में पिछले 48 घंटे से लगातार बरसात जारी है, जिससे वहां नदी-नालों में उफान आ गया है और कई जगहों पर सड़कें पानी में बह गई हैं। ऑफिसरों ने कुपवाड़ा में पोहरू नाले के पास बसे लोगो के लिए खतरे की चेतावनी जारी की है। उन्होंने 30 अप्रैल तक उफनाए नदी-नालों से दूर रहने की अपील जारी की है।
कई इलाकों में भर गया बाढ़ का पानी
जम्मू कश्मीर में अभी झेलम नदी सहित कई नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं। हालांकि उनके पानी के बहाव पर लगातार नजर रखी जा रही है। बारिश के कारण हंदवाड़ा और कुपवाड़ा शहरों के कई इलाकों में पानी भर गया, जिसके बाद प्रशासन को वहां से प्रभावित लोगों को निकालने के लिए अभियान चलाना पड़ा।
मौसम विभाग का अनुमान है कि अभी बारिश-बादल बने रहेंगे और मंगलवार शाम तक प्रदेश का मौसम गीला बना रहेगा। मौसम विभाग के एक अधिकारी के अनुसार मौसम में मंगलवार शाम से सुधार होने के आसार हैं। इसके बाद 1 मई से 5 मई तक मौसम आम तौर पर शुष्क रहेगा और बारिश-बर्फबारी की कोई घटना नहीं होगी।
रामबन में जमीन धंसने से 30 घर हुए बर्बाद
जम्मू कश्मीर में बदले मौसम की मार लोगों को भारी पड़ रही है। रामबन में पहाड़ी से मलबा गिरने की वजह से जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद हो गया। इसके चलते दोनों ओर का ट्रैफिक ठहरकर रह गया है। इस रोड़ को बहाल करने का काम चल रहा है। रामबन में जमीन धंसने की वजह से 30 घर भी बर्बाद हो गए हैं। श्रीनगर-लेह रोड पर भी आवाजाही ठप पड़ी है। पुंछ को शोपियां से जोड़ने वाला मुगल रोड भी खराब मौसम की वजह से बंद पड़ा है।
पहाड़ी खिसकने से ढह गए 6 मकान
सोनमर्ग में एवलांच आया हालांकि उसमें किसी तरह के जानमाल के हानि की समाचार नहीं है। बीआरओ क्षेत्र से बर्फ को हटाने का अभियान चला रहा है। जम्मू क्षेत्र के किश्तवाड़ जिले के गांव कचोन में अचानक पहाड़ी ढहने से एक प्राइमरी विद्यालय समेत 6 मकान ढह गए। सूचना मिलने के बाद प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर लोगों को सेफ इलाकों में पहुंचाया।
मंगलवार को भी बंद रहेंगे कश्मीर के स्कूल
कश्मीर घाटी में भारी बारिश पर डिविजनल कमिश्नर विजय कुमार बिधूड़ी का बोलना है, ‘हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं। डीसी समेत हमारे अधिकारी सावधान हैं। फिलहाल, कोई भी जल निकाय चेतावनी स्तर तक नहीं पहुंचा है। सोपोर-कुपवाड़ा मुख्य सड़क संपर्क पानी के अधिक प्रवाह की वजह से अभी खराब है। मौसम विभाग के अनुसार यह बारिश आधी रात तक जारी रह सकती है। हालात काबू में आने तक हमने मंगलवार को कश्मीर घाटी में विद्यालयों को बंद रखने का निर्णय किया है। लोगों से अपील की जा रही है कि वे नदी-नालों के पास जाने से बचें।‘