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शेहला रशीद ने PM मोदी को सपोर्ट करने की बताई ये वजह

नई दिल्ली. जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी विद्यार्थी संघ की पूर्व शेहला रशीद कई वर्षों तक केंद्र की नरेंद्र मोदी गवर्नमेंट की तीखी निंदा को लेकर सुर्खियां बटोरती रही, हालांकि हाल के सालों में वह कई मुद्दों पर केंद्र गवर्नमेंट का समर्थन करती दिखी है. उनके इस रुख से कई लोगों को आश्चर्य भी हुई और कई प्रश्न भी उठे. हालांकि शेहला रशीद ने नरेंद्र मोदी गवर्नमेंट को अपने ‘समर्थन’ का बचाव करते हुए बोला कि वह नहीं बदलीं, बल्कि कश्मीर की स्थिति बदल गई है.

शेहला रशीद ने मीडिया के राइजिंग हिंदुस्तान समिट में कहा, ‘हमने देखा कि हाल ही में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली के लिए आम कश्मीरी कैसे कतार में खड़े थे. मेरा एजेंडा शासन को बदनाम करना नहीं है. मैं इस बात से सहमत हूं कि लगातार बिजली कटौती जैसे मुद्दों को अभी भी हल होना बाकी है. लेकिन, ये अपने आप में एक परिवर्तन है कि अब सड़कों और बिजली कटौती से जुड़े मामले भी सामने आ रहे हैं. सालों पहले, एकमात्र ज्वलंत मामला आज़ादी की मांग थी. ऐसा नहीं है कि घाटी लगातार पीएम के नाम का जाप कर रही है, बल्कि लोग अब उस गवर्नमेंट से शिकायतें कर रहे हैं जिसे वे अपना मानते हैं.

वहीं अपने रुख में परिवर्तन के बारे में आगे बात करते हुए शेहला ने बोला कि Covid-19 महामारी के दौरान उनके विचार बदल गए. उन्होंने कहा, ‘मुझे एहसास हुआ कि कभी-कभी, हम मास्क लगाने, वैक्सीन और लॉकडाउन जैसे जरूरी मुद्दों का विरोध कर रहे थे. आपका विरोध कभी-कभी अपने बनाए गए खेमों के कारण होता है. गवर्नमेंट के पास परिवर्तन का एक अलग सिद्धांत था और हमारे पास भी एक है. उदाहरण के लिए, 10 वर्ष पहले हम सर्विलांस के मामले पर आधार का विरोध कर रहे थे, लेकिन अब हम डिजी यात्रा और डिजी लॉकर जैसे ऐप का इस्तेमाल करते हैं.

राशिल ने आगे कहा, ‘विकसित हिंदुस्तान अगले 25 सालों के लिए शासन का एक ठोस मॉडल है. कभी-कभी, बड़ों को जो बोलना है उसे सुनने में कोई बुराई नहीं है. जितनी मेरी उम्र नहीं है, उतना प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी का अनुभव है.

बता दें कि शेहला राशिद को पहले अक्सर ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ के हिस्से के रूप में देखा जाता था और उन्हें ‘देश-विरोधी’ होने के कारण सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाता था. हालांकि हाल के दिनों वह कई मुद्दों पर केंद्र की नरेंद्र मोदी गवर्नमेंट की नीतियों प्रशंसा करती दिखी हैं. पिछले दिनों उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भी प्रशंसा करते हुए बोला कि उन्होंने ‘कश्मीर में शांति सुनिश्चित की है’. उन्होंने जम्मू और कश्मीर में ‘बदलाव’ के लिए पीएम मोदी और शाह को उत्तरदायी ठहराया. उन्हें यह कहते हुए उद्धृत किया गया, “उन सभी चीजों में, किसी को आइस ब्रेक करने की आवश्यकता थी और इसके लिए मैं वर्तमान सरकार, खास तौर से पीएम और गृह मंत्री को श्रेय देना चाहूंगी.

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