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थाना राजगढ़ टीम ने फिर फिरौती मांगने वाले अपराधी के मनसूबे पर फेरा पानी

जिला पुलिस अधीक्षक चूरू जय यादव आईपीएस ने कहा कि 20 अप्रेल को परिवादी मुरारीलाल ने थाना राजगढ़ मौजूद होकर सूचना दी कि उसके मोबाईल नम्बर पर किसी अज्ञात आदमी द्वारा विदेशी नम्बर से कॉल कर 20 लाख रूपये फिरौती देने की मांग की है. पुलिस को सूचना देने पर फिरौती की राशि डबल देने की धमकी दी और नहीं देने पर परिवार के एक सदस्य की मर्डर करने की धमकी दी. जिस पर अभियोग दर्ज कर तफतीश प्रारम्भ की गई. मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में किशोरीलाल आरपीएस अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजगढ़ और प्रसान्त किरण आई पी एस प्रो० सहायक पुलिस अधीक्षक वृत राजगढ़ के सुपरवीजन में कोई बड़ी घटना को होने से पहले ही रोकने के लिए अज्ञात आरोपी का पता लगाकर गिरफ्तारी करने के लिए पुष्पेन्द्र झाझडिया पुलिस निरीक्षक थानाधिकारी पुलिस थाना राजगढ़ के नेतृत्व में पप्पूराम उ०नि० सुरेश कुमार कानि० 1227, पवन कुमार कानि० 1083 नवीन कुमार कानि० 1369 की एक टीम का गठन किया गया.

पुलिस टीम द्वारा की गई कार्यवाही गठित टीम द्वारा केस मुस्तगीस से फिरौती के लिए आयी कॉल के मोबाईल नम्बर प्राप्त किये गये. साईबर सैल से उक्त नम्बर का रिकार्ड प्राप्त किया गया जिस पर आरोपी की लॉकेशन कुवैत की होना पायी गयी. जिस पर उक्त नम्बर का रिकार्ड प्राप्त करने मामले में पवन कुमार कानि० और नवीन कुमार कानि० को दिल्ली भिजवाया गया. प्रशांत किरण आई पी एस प्रो० सहायक पुलिस अधीक्षक वृत राजगढ़ जिला चूरू और पुष्पेन्द्र झाझडिया पुलिस निरीक्षक थानाधिकारी पुलिस थाना राजगढ़ द्वारा संबंधित कम्पनीयों से समन्वय स्थापित किया जाकर गठित टीम को निर्देश दिये गये. गठित टीम द्वारा भिन्न भिन्न मोबाईल कम्पनीयों और डाटा सेन्टर से सम्पर्क कर रिकार्ड प्राप्त किया गया और प्रसान्त किरण आई पी एस प्रो० द्वारा तकनीकी साक्ष्य जुटाये गये. जिसके बाद ज्ञात हुआ कि उक्त आरोपी द्वारा काम में लिया जा रहा मोबाईल नम्बर इन्टनेट स्टैलाईट के द्वारा जरनेट किया गया है जो कुवैत होना ज्ञात हो रहा है जिससे आरोपी की टॉवर लोकेशन भी कुवैत की ही होना ज्ञात हुई. जिसके पश्चात गठित टीम द्वारा लगातार मेहनत करते हुए एक से आगे एक कम्पनीयों से सम्पर्क कर रिकॉर्ड लिया गया तो ज्ञात हुआ कि उक्त नम्बर इन्टरनेट डाटा सर्वर कम्पनी द्वारा होस्ट किया गया है जो कम्पनी कॉलकता और रॉची में है जिसका मुख्य कार्यालय दुबई में है जो पुरे विश्व में विभिन्न मोबाईल एप को स्टेलाईट से इन्टरनेट डाटा उपलबद्ध करवाती है. जिस पर टीम द्वारा संबंधित कम्पनी से सम्पर्क कर रिकार्ड प्राप्त किया गया और आरोपी की पहचान की जाकर आरोपी सिकन्दर खान को गिरफतार किया गया.

तरिका घटना आरोपी सिकन्द खान पूर्व में विदेश में जॉब करता था जहां उसके जानकारी अन्य लोगो से हो रखी थी. आरोपी द्वारा कस्बा राजगढ़ में फिरौती मांगने का प्लान तैयार किया और कुवैत में अपने दोस्त से सम्पर्क कर अपने पिता से विदेश में बात करने के लिए बहाना बनाकर ऑन लाईन मोबाईल कम्पनी का डालर खरीद करवाया और उसे हिंदुस्तान में अपने स्वंय के मोबाईल नम्बर पर इस्तेमाल में लिया च कुवैत का मोबाईल नम्बर जरनेट करते हुए केस मुस्तगीस के मोबाईल नम्बर पर कॉल कर फिरौती की मांग की और नहीं देने पर परिवार के एक सदस्य को जान से मारने की धमकी दी. आरोपी द्वारा बड़े ही शातिर ढंग से विदेश का मोबाईल नम्बर जरनेट कर कॉल की गई थी जिसकी टावर लॉकेशन भी कुवैत की ही प्राप्त हो रही थी. जिसकी जानकारी आरोपी को पुर्व से थी. आरोपी धमकी देकर कस्बा राजगढ़ में ही घूमता रहता था. उसे लग रहा था कि पुलिस द्वारा उसकी पहचान की जानी सम्भव नहीं है. आरोपी सिकन्दर खान द्वारा बड़ी ही चालाकी से सेटेलाईट इन्टरनेट का इस्तेमाल किया जाकर दुबई की एप्प का इस्तेमाल कर हिंदुस्तान से कॉल की गई थी.

आरोपी सिकन्दर को लग रहा था कि इसकी पहचान नही की जा सकती है क्योकि मोबाईल नम्बर की टॉवर लॉकेशन भी कुवैत की प्राप्त हो रही थी. जिसके बाद पुलिस द्वारा घटना की गंभीरता को देखते हुए आरोपी के मुनसुबों पर पानी फेरते हुए आरोपी की सोच से आगे जाकर तकनीकी संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए उसकी पहचान की और आरोपी को सलाखों के पिछे पहुंचा दिया.

ज्ञात रहे कि करबा राजगढ़ में ही 11अप्रेल को डा0 मनमोहन गुप्ता से अज्ञात मोबाईल नम्बर से कॉल कर 10 लाख रूपये की फिरौती की मांग की गई. उक्त प्रकरण में भी पुलिस टीम द्वारा अविलम्ब अज्ञात आरोपी की पहचान कमलकान्त जागिड के रूप में की जाकर अरैस्ट किया गया, जो वर्तमान में कारावास की हवा खा रहा है.

जय कुमार यादव आईपीएस पुलिस अधीक्षक जिला चूरू द्वारा अपील की जा रही है कि नौजवान युवा लालच में आकर और शॉर्टकट तरिके से रूपये कमाने के लिए किसी के बहकावें में आकर इस प्रकार के कदम नहीं उठावें. ऐसी कोई तकनीक नहीं है कि जिसका इस्तेमाल क्रिमिनल करे और पुलिस उसकी पहचान नही कर सकती. रूपये तो नहीं मिलेगे लेकिन कारावास की हवा निश्चित खानी होगी.

सम्पूर्ण कार्यवाही में पवन कुमार कानि0 1083 और नवीन कुमार कानि० 1369 की विशेष किरदार रही है. जिला पुलिस अधीक्षक चूरू ने टीम को सम्मानित किये जाने की घोषणा की है. टीम सदस्य

1- पुष्पेन्द्र झाझड़िया पु०नि० थानाधिकारी पुलिस थाना राजगढ़.

2-पप्पुराम उ०नि० पुलिस थाना राजगढ़.

3- पवन कुमार कानि० 1083 पुलिस थाना राजगढ़.

4- सुरेश कुमार कानि० 1227 पुलिस थाना राजगढ़.

5- नवीन कुमार कानि० 1369 पुलिस थाना राजगढ़.

6- सुरेन्द्र कुमार हैडकानि0 48 साईबर सैल चूरू

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