राष्ट्रीय

आज ED के सामने पेश नहीं होंगी महुआ मोइत्रा, बोलीं…

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस पार्टी (TMC) नेता महुआ मोइत्रा कैश-फॉर-क्वेरी घोटाले से जुड़े विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) उल्लंघन मुद्दे में आज पेश होने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा जारी समन में शामिल नहीं होंगी. कृष्णानगर से लोकसभा चुनाव लड़ रहीं मोइत्रा ने केंद्रीय जांच एजेंसी को अपना फैसला बता दिया है और उनसे चुनाव समाप्त होने तक उन्हें न बुलाने का निवेदन किया है.

49 वर्षीय पूर्व सांसद को केंद्रीय एजेंसी ने पहले भी दो बार पूछताछ के लिए बुलाया था. हालाँकि, उन्होंने आधिकारिक काम का हवाला देते हुए उन समन को भी छोड़ दिया था. बुधवार को जांच एजेंसी ने मोइत्रा और दुबई स्थित व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी को आज पेश होने के लिए नया समन जारी किया. मोइत्रा पर उद्योगपति गौतम अडानी और पीएम मोदी समेत अन्य पर धावा करने के लिए हीरानंदानी से नकदी और उपहार के बदले में संसद में प्रश्न पूछने का इल्जाम है. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की कम्पलेन के आधार पर मुद्दे की जांच के बाद दिसंबर में उन्हें लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था.

सूत्रों के मुताबिक, कुछ अन्य विदेशी प्रेषण और फंड ट्रांसफर के साथ-साथ एक अनिवासी बाहरी (NRI) खाते से जुड़े लेनदेन जांच एजेंसी की जांच के दायरे में हैं. हालाँकि, मोइत्रा ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है और दावा किया है कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि उन्होंने अडानी समूह के सौदों के बारे में प्रश्न उठाए थे. कैश-फॉर-क्वेरी मुद्दे में तृणमूल नेता की भी CBI जांच कर रही है. हाल ही में एक आरोपपत्र में, CBI ने मोइत्रा और हीरानंदानी को नामित किया और उन पर आपराधिक साजिश, लोक सेवकों को घूस देने से संबंधित अपराध, एक लोक सेवक को घूस देने से संबंधित क्राइम और उकसाने का इल्जाम लगाया.

भ्रष्टाचार निरोधक लोकपाल के निर्देश के बाद शनिवार को CBI ने पश्चिम बंगाल में उनके परिसरों पर छापेमारी की. छापेमारी के बाद, उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर इल्जाम लगाया कि CBI उन्हें “परेशान” कर रही है और “उनके चुनाव अभियान के प्रयासों को विफल कर रही है”.

Related Articles

Back to top button