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अभी और बढ़ने वाली है ठंड, मौसम विभाग ने दिया अपडेट

भीषण सर्दी ने एक बार फिर लोगों के सामने समस्याएं खड़ी कर दी हैं. शीतलहर से ठिठुरन लगातार बढ़ रही है और आने वाले दिनों में भी इसके कम होने की आशा नहीं है. इस बीच मौसम विभाग ने ठंड को लेकर बड़ा अपडेट दिया है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, उत्तर पश्चिम हिंदुस्तान के कुछ जगह अगले 5 दिनों तक कोहरे से प्रभावित रहेंगे. राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में ठंड बढ़ सकती है. आईएमडी के अनुसार, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार के साथ ही मध्य प्रदेश के कुछ स्थानों पर काफी घना कोहरा देखने को मिला.

आगरा में विजिबिलिटी जीरो मीटर

उत्तर प्रदेश के आगरा में तो विजिबिलिटी 0 मीटर ही रह गई. वहीं पूर्वी यूपी में लखनऊ और फुर्सतगंज में 25 मीटर और वाराणसी में 50 मीटर विजिबिलिटी देखने को मिली. पंजाब के अमृतसर, लुधियाना और भटिंडा काफी ठंडे रहे तो वहीं मध्य प्रदेश के रतलाम, खजुराहो और सतना में काफी घना कोहरा देखने को मिला. पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के उत्तरी हिस्से में काफी भयंकर ठंड देखने को मिली. यहां मिनिमम टेम्प्रेचर 6 से 8 डिग्री सेंटिग्रेड के बीच रहा.

अगले 5 दिनों के दौरान घना कोहरा छाए रहने की संभावना

मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर पश्चिम हिंदुस्तान के भिन्न-भिन्न स्थानों में अगले 5 दिनों के दौरान सुबह के समय घना से बहुत घना कोहरा छाए रहने की आसार है. 12 जनवरी को पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, यूपी और बिहार में भयंकर ठंड की स्थिति देखने को मिल सकती है. पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी यूपी में अगले दो से तीन दिनों में विजिबिलिटी काफी कम देखने को मिलेगी.

इस दौरान विजिबिलिटी केवल 50 मीटर रह सकती है. पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों में 11 से 15 जनवरी के दौरान भयंकर ठंड पड़ने की आसार है. वहीं दिल्ली की बात करें तो यहां आने वाले दिनों में अधिकतम तापमान 19 डिग्री और न्यूनतम 5 डिग्री सेल्सियस रहने की आशा है.

न्यूनतम तापमान 5-8°C दर्ज 

आईएमडी के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान गुरुवार सुबह 8:30 बजे तक पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, राजस्थान, यूपी और मध्य प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान 5-8°C दर्ज किया गया. पूर्वी राजस्थान के सीकर में सबसे कम न्यूनतम तापमान -0.5°C दर्ज किया गया. दूसरी ओर उत्तराखंड में 11 और 12 तारीख को कोल्ड डे जारी रहने की संभावना.

मौसम विभाग के अनुसार, आनें वाले सीजन के दौरान मध्यम से मजबूत अल नीनो की स्थिति जारी रहने की आसार है. प्रशांत महासागर पर अल नीनो स्थितियों के अतिरिक्त हिंद महासागर एसएसटी जैसे अन्य कारक भी भारतीय जलवायु पर असर डालते हैं.

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