लाइफ स्टाइल

सर्दियों में भी पहनें सनग्लास,हाइड्रेट रहना जरूरी

सर्दियों में स्मॉग-फॉग, एलर्जन तत्वों से भरपूर सर्द और शुष्क हवाएं हमारी ओवरऑल हेल्थ को प्रभावित करती हैं हमारी आंखें भी इनसे अछूती नहीं रहतीं आंखों में ड्राइनेस की कम्पलेन देखने को मिलती है ऊपर से सर्दियों में स्क्रीन टाइम अमूमन बढ़ जाता है, जिससे आंखों में जलन, खुजली जैसी समस्याएं होने लगती हैं

आंखों की देखभाल करना जरूरी

सर्दियों में छोटे-बड़े सभी को आंखों की देखभाल करना महत्वपूर्ण है इसके लिए कुछ बातों पर अमल करना महत्वपूर्ण है इन्हें आप अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लें, तो आंखों की परेशानियों से बच सकते हैं

हाइड्रेट रहना जरूरी

सबसे महत्वपूर्ण है कि सर्दियों में आंखों को ड्राइनेस से बचाने की प्रयास करें यदि घर में हीटर चला रहे हों तो आसपास बाल्टी में पानी रखें, जो कमरे में नमी बनाये रखेगा इससे आंखें नमीयुक्त रहेंगी सर्दियों में अक्सर पानी कम पिया जाता है, जिसकी वजह से पूरे शरीर पर असर पड़ता है ठंडा पानी न पीया जाये, तो हल्का गुनगुना करके पी सकते हैं सूप और जूस का भी सेवन कर सकते हैं

पलकें अधिक झपकाएं

आंखों को ड्राइनेस से बचाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है पलकें झपकाना खासकर पढ़ते हुए और मोबाइल या कंप्यूटर स्क्रीन देखते हुए आंखें ज्यादा-से-ज्यादा झपकाने की प्रयास करनी चाहिए अक्सर स्क्रीन पर काम समय काम पर फोकस अधिक रहता है और पलकें झपकाने की प्रक्रिया खुद-ब-खुद कम हो जाती है और आंखों में ड्राइनेस की परेशानी हो जाती है सर्दियों में यह परेशानी बढ़ जाती है

स्क्रीन टाइम कम करें

सर्दियों में रजाई-कंबल में घुसकर मोबाइल चलाने वालों में आंखों में ड्राइनेस की परेशानी सर्वाधिक होती है इनसे बचने के लिए स्क्रीन टाइम कम करना महत्वपूर्ण है यदि संभव न हो तो बीच-बीच में ब्रेक जरूर लें

सेल्फ मेडिकेशन से बचें

किसी भी तरह की परेशानी आने पर नेत्र जानकार को जरूर दिखाएं सेल्फ मेडिकेशन न करें, क्योंकि स्टेरॉयडयुक्त दवाइयां आंखों के लिए हानिकारक हो सकती हैं बेहतर होगा कि यदि सर्दी के मौसम में आंखों में खुजली हो रही हो तो नेत्र जानकार को एक बार जरूर कंसल्ट करना चाहिए इसके साथ-साथ आंखों को स्वास्थ्य वर्धक रखने के लिए विटामिन ए, सी, ई, केरोटोनॉयड्स रिच आहार का सेवन करना चाहिए

सर्दियों में भी पहनें सनग्लास

अमूमन हम सर्दियों में बाहर जाते समय सनग्लास नहीं पहनते हालांकि, गर्मियों के मुकाबले इस समय धूप कम निकलती है, फिर भी सूरज की किरणों में अल्ट्रावॉयलेट इंडेक्स अधिक होता है साथ ही इस मौसम में पर्यावरण प्रदूषण की परेशानी चरम पर होती है स्मॉग और फॉग के कारण हवा में उपस्थित प्रदूषक तत्व आंखों को प्रभावित करते हैं इनसे बचने के लिए बाहर जाते समय सनग्लासेस या फेस शील्ड जरूर पहननी चाहिए

हाइजीन का रखें ध्यान

सर्दियों में आंखों में ड्राइनेस बढ़ने से खुजली की परेशानी भी आती है गंदे हाथों से आंखें मलने या रगड़ने पर इंफेक्शन बढ़ने की आसार बढ़ जाती है ऐसे में महत्वपूर्ण है कि आंखों को छूने से पहले हाथ धोकर साफ करने चाहिए जहां तक हो सके आंखें रगड़ने से बचना चाहिए

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