सीडीसी मैप के मुताबिक अमेरिका के 14 प्रांतों में बढ़ रहा करोना का प्रकोप
कोरोना से जूझने के बाद अब दुनिया अपने रास्ते पर वापसी कर रही है। वहीं ठंड बढ़ते ही एक बार फिर कोविड-19 के एक बार फिर बढ़ने का खतरा नजर आ रहा है। बीते कुछ हफ्ते में अमेरिका में कोविड-19 संक्रमति लोगों के हॉस्पिटलाइज होने के मुद्दे बढ़े हैं। 11 नवंबर तक एक हफ्ते में ही यूएस में 16239 लोग हॉस्पिटल में भर्ती हुए। इस तरह से कोविड-19 के मामलों में 8.6 प्रतिशत की उछाल देखी गई है। सीडीसी के मैप के अनुसार अमेरिका के 14 प्रांतों में करोना का प्रकोप बढ़ रहा है।
रिपोर्ट्स के अनुसार अमेरिका के अपर मिडवेस्ट, साउथ अटलांटिक और सदर्न माउंटेन में कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है। जानकारों का बोलना है कि जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है, कोविड-19 का संक्रमण भी बढ़ रहा है। सीडीसी ने कहा कि ठंड बढ़ने से संक्रामक रोंगों के बढ़ने का खतरा बना रहता है। 2020 का एक शोध बताता है कि कोविड-19 वायरस ठंड में अधिक सर्वाइव करता है। ऐसे में ठंड और ड्राइ सीजन भी चुनौती बन जाता है।
अमेरिका में जून के बाद सितंबर तक भी कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। हालांकि अक्टूबर में इसकी रफ्तार थमी हुई थी। अब भी पिछले वर्ष की जनवरी की तुलना में कोविड-19 के मुद्दे कम हैं। बीते वर्ष जनवरी में 150,600 रोगी सामने आए थे। वहीं जानकारों का बोलना है कि जिन इलाकों में अधिक लोग हॉस्पिटल में भर्ती नहीं हो रहे हैं, वहां भी कोविड-19 के मुद्दे बढ़े हैं लेकिन इनका पता नहीं लगाया जा सका है।
चीन में अक्टूबर में 24 मौतें
अमेरिका में कोविड-19 के बढ़ते मामलों की वजह से एक बार फिर कठोरता की जा सकती है। इसी तरह चीन में भी बढ़ती सर्दी के बीच कोविड-19 चुनौती बना हुआ है। यहां चेतावनी दी गई है कि लोग जल्द से जल्द टीकाकरण करवा लें। । अक्टूबर महीने में चीन में 24 लोगों की कोविड-19 से जान चली गई। कहा गया कि यह कोविड-19 का एक्सएक्सबी वैरिएंट था। यह वैरिएंट सर्दी के मौसम में अधिक ऐक्टिव होता है। यह भी बोला जाता है कि चीन में कोविड-19 के जो टीके विकसित किए गए उनका असर कम है।
भारत की बात करें तो यहां कोरना की रफ्तार थमी हुई है। 24 घंटे में कोविड-19 के 16 से 20 मुद्दे ही सामने आ रहे हैं। बता दें कि कोविड-19 की लहरों में कम से कम राष्ट्र में 5.33 लाख लोगों की मृत्यु हो गई थी। फिलहार एक्सपर्ट का बोलना है कि हिंदुस्तान में कोविड-19 का खतरा नहीं है। मौसम के मुताबिक खांसी बुखार में बढ़ोतरी देखी गई है लेकिन कोविड-19 का खतरा नहीं है।