जलपाईगुड़ी लोकसभा क्षेत्र से हिंसा के मामले आये सामने
कोलकाता . पश्चिम बंगाल में तीन लोकसभा सीटों के लिए शुक्रवार को पहले दो घंटों में मतदान के दौरान कूचबिहार लोकसभा क्षेत्र में अत्याचार की घटनाएं देखी गई.
जलपाईगुड़ी लोकसभा क्षेत्र से भी अत्याचार के कुछ मुद्दे सामने आए हैं. हालांकि, अलीपुरदुआर से चुनाव संबंधी अत्याचार की कोई रिपोर्ट नहीं है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय के रिकॉर्ड के अनुसार, सुबह 9 बजे तक मतदान फीसदी 15.09 था.
सबसे अधिक मतदान फीसदी अलीपुरदुआर में 15.91 फीसदी दर्ज किया गया, इसके बाद कूच बिहार में 15.26 फीसदी और जलपाईगुड़ी में 14.13 फीसदी मतदान हुआ.
हिंसा की सबसे अधिक खबरें कूचबिहार के चंदामारी क्षेत्र से सामने आई हैं. बीजेपी के बूथ अध्यक्ष लोब गवर्नमेंट पर हमले को लेकर तनाव बढ़ गया. उन्हें सिर में गंभीर चोट लगने के बाद हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. इसी तरह, बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच पथराव के बाद एक तृणमूल कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ता को भी सिर में गंभीर चोटें आईं.
राजाखोरा क्षेत्र और कूचबिहार में इसी तरह का तनाव है. इस क्षेत्र में सत्तारूढ़ और विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हमले और जवाबी हमले हुए, जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस पार्टी और बीजेपी दोनों के कार्यालयों में तोड़फोड़ की गई.
ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि कूचबिहार के सीतलकुची में तृणमूल कांग्रेस पार्टी के एक अस्थायी पार्टी कार्यालय को कथित तौर पर क्षेत्रीय बीजेपी समर्थकों ने जला दिया.
इसी तरह, जलपाईगुड़ी लोकसभा क्षेत्र के भीतर डाबग्राम-फुलबारी क्षेत्र में उस समय तनाव फैल गया जब बीजेपी के एक बूथ कार्यालय को कथित तौर पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया.