इजराइल-फिलिस्तीन संकट: अमेरिका खुलकर इजराइल के समर्थन में…
इजराइल-फिलिस्तीन संकट: इजराइल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध जारी है। अमेरिका भी खुलकर इजराइल के समर्थन में आ गया है। उन्होंने हमास के हमले के बाद इज़राइल की सहायता के लिए अपने फोर्ड कैरियर हड़ताल ग्रुप को पूर्वी भूमध्य सागर में जाने का भी आदेश दिया। इस युद्ध में अब तक 1000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें कई अमेरिकी भी शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विमानवाहक पोत यूएसएस गेराल्ड आर। फोर्ड अपना नवीनतम और सबसे उन्नत बेड़ा अमेरिका भेज रहा है। इसमें करीब 5000 नाविक सवार हैं और यह युद्धपोत कई हाईटेक मिसाइलों से लैस है। वह शत्रु के हर हमले का उत्तर देने में सक्षम है। इससे अतिरिक्त हथियारों को हमास तक पहुंचने से रोका जा सकेगा।
हालाँकि संयुक्त राज्य अमेरिका ने संघर्ष को बढ़ने से रोकने की प्रयास जारी रखी है, लेकिन इज़रायली गवर्नमेंट ने रविवार को औपचारिक रूप से युद्ध की घोषणा कर दी। इसने हमास के विरुद्ध जवाबी कार्रवाई के लिए जरूरी सेना कार्रवाई को भी हरी झंडी दे दी।
एक अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक, शुरुआती रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि हमले में कम से कम चार अमेरिकी नागरिक मारे गए हैं और लगभग सात लापता हैं। फोर्ड के साथ, अमेरिका क्रूजर यूएसएस नॉर्मंडी, विनाशकारी यूएसएस थॉमस हडनर, यूएसएस रैमेज, यूएसएस कार्नी और यूएसएस रूजवेल्ट भी भेज रहा है। अमेरिकी वायु सेना F-35s, F-15s, F-16s और A-10s को भी क्षेत्र में तैनात किया जा रहा है।
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के मुताबिक, उनकी सेना ऐसी स्थिति के लिए हमेशा तैयार है। इजरायली रक्षा बलों को युद्ध सामग्री सहित अतिरिक्त उपकरण और संसाधन तेजी से मौजूद कराए जाएंगे। पहली सुरक्षा सहायता आज प्रारम्भ होगी और आने वाले दिनों में पहुंच जाएगी। वर्जीनिया स्थित वाहक स्ट्राइक समूह पहले से ही भूमध्य सागर में थे। पिछले सप्ताह ही उसने इटली के साथ आयोनियन सागर में नौसैनिक अभ्यास किया था।
व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी कर बोला कि राष्ट्रपति जो बिडेन और इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को टेलीफोन पर बात की। इस दौरान इजरायली पीएम ने हमास आतंकवादियों द्वारा बुजुर्गों और छोटे बच्चों समेत पूरे परिवार को बंधक बनाने की घटना पर चर्चा की। इस पर बिडेन ने साफ बोला कि क्रूर अत्याचारों का मुकाबला करने के लिए उन्हें एकजुट होना होगा।