दुनिया में अमेरिकी नेतृत्व को फिर से स्थापित करना कैसे जोर पकड़ा
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बोला है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अनुसार चीन को ‘वास्तविक समस्याएं’ हैं। बाइडेन का बयान मंगलवार को एशिया-प्रशांत आर्थिक योगदान (एपीईसी) शिखर सम्मेलन के मौके पर जिनपिंग के साथ उनकी द्विपक्षीय बैठक से पहले आया, जिसकी मेजबानी अमेरिका 11 से 17 नवंबर तक सैन फ्रांसिस्को में कर रहा है।
सैन फ्रांसिस्को में बोलते हुए बाइडेन ने बोला कि राष्ट्रपति शी इस बात का एक और उदाहरण हैं कि दुनिया में अमेरिकी नेतृत्व को फिर से स्थापित करना कैसे बल पकड़ रहा है। उनके पास असली परेशानी है। व्यापार तनाव और प्रतिबंधों के बीच एक वर्ष में अपनी पहली बैठक से पहले, बिडेन और शी दोनों मंगलवार को सैन फ्रांसिस्को पहुंचे,और ताइवान के प्रश्न ने वाशिंगटन और बीजिंग के बीच झगड़े को बढ़ा दिया है। इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस बैठक को हाल के सालों में बिगड़े संबंधों को सुधारने का मौका कहा था।
शिखर सम्मेलन के लिए रवाना होने से पहले बाइडेन ने बोला था कि अमेरिका चीन से अलग होने की प्रयास नहीं कर रहा है। हम जो करने की प्रयास कर रहे हैं वह बेहतरी के लिए संबंध को बदलना है। बाइडेन ने यह भी बोला कि उन्हें आशा है कि “संवाद की सामान्य प्रक्रिया वापस आ जाएगी। यदि कोई संकट हो तो टेलीफोन उठा सकेंगे और एक-दूसरे से बात कर सकेंगे; यह सुनिश्चित करने में सक्षम होंगे कि हमारी (सेनाएं) अभी भी एक-दूसरे के साथ संपर्क में हैं। बाइडेन ने बोला कि मैं उन पदों के लिए समर्थन जारी नहीं रखूंगा, जहां यदि हम चीन में निवेश करना चाहते हैं, तो हमें अपने सभी व्यापार रहस्यों को बदलना होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि संयुक्त राज्य अमेरिका निवेश करने से सावधान है।