फ्रांसीसी सरकार मुस्लिम छात्रों के स्कार्फ और हिजाब पर प्रतिबंध के बाद, अब छात्रों की यूनिफॉर्म में…
फ्रांसीसी गवर्नमेंट ने पहले मुसलमान विद्यार्थियों के स्कार्फ और हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया था। अब एक बार फिर गवर्नमेंट ने विद्यार्थियों की यूनिफॉर्म में परिवर्तन कर अहम निर्णय लिया है। देशभर में मुसलमान लड़कियों के विद्यालय यूनिफॉर्म में अबाया पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
नए सत्र में यह नियम लागू कर दिया जाएगा
फ्रांस के शिक्षा मंत्री गेब्रियल अटल ने कहा, ”4 सितंबर को जब फ्रांस में नया सत्र प्रारम्भ होगा तो यह नियम पूरे राष्ट्र में लागू कर दिया जाएगा। गवर्नमेंट के निर्णय के मुताबिक, विद्यालयों में छात्राओं को अबाया पहनने की इजाजत नहीं होगी। अबाया एक है मुसलमान स्त्रियों द्वारा पहना जाने वाला पूर्ण लंबाई का परिधान। अबाया चेहरे को खुलासा करता है जबकि बुर्का नहीं।
अबाया पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया?
यह फैसला फ्रांसीसी विद्यालयों में अबाया पहनने पर महीनों तक चली बहस के बाद आया है। अक्टूबर 2020 में एक घटना के बाद इस मामले पर चर्चा प्रारम्भ हुई। जिसमें शिक्षक ने विद्यार्थियों को पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टून दिखाए। इसी बात से नफरत करते हुए आरोपी ने शिक्षक का सिर काट दिया।
दक्षिणपंथी और वामपंथी दल वोट करते हैं
दक्षिणपंथी पार्टियों ने अबाया पहनने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। पार्टी नेताओं के मुताबिक, हाल के सालों में अबाया पहनने वाली स्त्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसलिए इस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। लेफ्ट पार्टी के अनुसार इस बैन से मुसलमान स्त्रियों के अधिकार का हनन हुआ है।
सिर पर स्कार्फ और बुर्का पहनने पर प्रतिबंध
इस बहस के उत्तर में, 2004 में विद्यालयों में हेडस्कार्फ़ पहनने पर प्रतिबंध लगाने वाला एक नया कानून पारित किया गया था। फिर 2010 में अफगानिस्तान गवर्नमेंट ने सार्वजनिक स्थानों पर बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया। सरकार के इस निर्णय से मुसलमान समुदाय नाराज है।