अंतर्राष्ट्रीय

120 घंटे का इंतजार, फिर इजरायल का पलटवार

मीडिल ईस्ट में तनाव जोरों पर है. ईरान के हमले के उत्तर में इजरायल ने अंधाधुन्ध एक्शन प्रारम्भ कर दिया है. एक्शन के रूप में एक के बाद एक मिसाइलें दाग कर ईरान पर धावा बोल दिया है. इजरायल ने ईरान के कई शहरों पर मिसाइलों से धावा किया है. आरंभ से जिस बात की संभावना जताई जा रही थी कि इजरायल के निशाने पर ईरान का परमाणु ुप्लांट है और ठीक वहीं पर मिसाइल गिराए जाने की समाचार सामने आई है. इस्फहान समेत आठ शहरों में धावा किया गया है. अमेरिकी ऑफिसरों का बोलना है कि इजराइल ने शुक्रवार रात भर ईरान पर मिसाइल से धावा किया, जो कि दोनों राष्ट्रों के बीच कई हफ्तों के तनाव के बाद जवाबी धावा प्रतीत होता है. इस्फ़हान क्षेत्र पर हमले के पैमाने और किसी भी क्षति की सीमा के बारे में प्रतिस्पर्धी दावे हैं, ईरानी राज्य मीडिया इसके महत्व को कम बता रहा है.

स्ट्राइक के बारे में कैसे पता चलेगा? 

इज़राइल नियमित रूप से अपनी सेना कार्रवाइयों की पुष्टि नहीं करता है, जिसने कई मौकों पर सीरिया और इराक में ईरान समर्थित सशस्त्र समूहों को निशाना बनाया है. हालाँकि, अमेरिकी ऑफिसरों ने मीडिया के सहयोगी सीबीएस न्यूज़ से पुष्टि की है कि शुक्रवार तड़के एक इज़रायली मिसाइल ने ईरान पर धावा किया. इसकी पूरी आसार है कि अमेरिका को योजनाओं के बारे में पहले ही बता दिया गया होगा. यह साफ नहीं है कि किस प्रकार के हथियारों का इस्तेमाल किया गया था या उन्हें कहाँ से लॉन्च किया गया था. अमेरिकी सूत्रों ने बोला कि हमले में एक मिसाइल शामिल थी, जबकि ईरान ने बोला कि इसमें छोटे ड्रोन शामिल थे. ईरान की गवर्नमेंट राष्ट्र में प्रवेश को कठोरता से नियंत्रित करती है. मीडिया की इस्फ़हान के मध्य क्षेत्र तक सीधी पहुंच नहीं है, जहां यह घटना रात भर चली.

हमले पर क्या कह रहा है ईरान?

ईरानी ऑफिसरों और मीडिया ने पुष्टि की है कि हमले का कोशिश किया गया था, लेकिन वे इसके महत्व को कम कर रहे हैं. किसी के हताहत होने की कोई समाचार नहीं है. ईरान की फ़ार्स समाचार एजेंसी ने बोला कि एक सेना अड्डे के पास विस्फोटों की आवाज़ सुनी गई और वायु रक्षा प्रणालियाँ एक्टिव हो गईं. सरकारी मीडिया चैनल ने इस्फ़हान में एक जनरल के हवाले से बोला कि क्षेत्र में सुने गए विस्फोट संदिग्ध वस्तुओं पर हवाई रक्षा गोलीबारी के कारण थे, और बोला कि कोई हानि नहीं हुआ है. ईरान की तस्नीम समाचार एजेंसी ने इस्फ़हान में एक परमाणु सुविधा का एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें इस पर धावा होने का कोई संकेत नहीं दिखा.

इस्फ़हान को क्यों निशाना बनाया गया और अब क्यों?

इजरायल ने ईरान पर एयरस्ट्राइक कर उसके इस्फहान शहर को निशाना बनाया है. ईरान का रणनीतिक तौर पर अहम शहर है. इस शहर में ईरान के न्यूक्लियर प्लांट हैं. ईरान का सबसे  बड़ा यूनेनियम प्रोग्राम इसी स्थान से चलाया जा रहा है. इस्फहान ईरान का रणनीतिक तौर पर अहम शहर है. जिस पर इजरायल की तरफ से अटैक किया गया है. ईरान के सेना अनुसंधान भी यहां पर उपस्थित हैं. ऐसे में इस्फहान शहर पर इजरायल के अटैक से अनेक अनुसंधान को हानि पहुंचाान मकसद है. सेना का  बेस भी यहीं पर उपस्थित है.

विश्व अर्थव्यवस्था ने कैसी प्रतिक्रिया व्यक्त की है?

ऐसी चिंताएँ हैं कि मध्य पूर्व में बिगड़ते संघर्ष से ऑयल आपूर्ति बाधित हो सकती है. हमले के बाद ऑयल की कीमतों के लिए अंतर्राष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.8% बढ़कर 88 $ प्रति बैरल हो गया. आरंभ में ऑयल की कीमतों में 3.5% तक की बढ़ोतरी हुई थी, लेकिन जब यह साफ हो गया कि स्ट्राइक सीमित थी तो कीमतें स्थिर हो गईं. सोने की मूल्य – जिसे अक्सर अनिश्चितता के समय एक सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जाता है – लगभग 2,400 $ प्रति औंस तक गिरने से पहले थोड़े समय के लिए रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब पहुंच गई.

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