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‘अल्लाह-हू-अकबर’ के साथ ‘सर तन से जुदा’ के नारे, नेपाल में सुप्रीम कोर्ट के जज को घोषित किया ‘गुस्ताख़-ए-रसूल’

काठमांडू: नेपाल में राष्ट्र के सर्वोच्च कोर्ट के न्यायधीश कमलनारायण दास के नाम से एक पोस्ट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस पोस्ट के विरुद्ध मुसलमान समाज के लोग सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. भीड़ ‘अल्लाह-हू-अकबर’ का नारा लगा कर कई स्थानों पर चक्का जाम कर रही है. भीड़ में शामिल लोग, पोस्ट में लिखी गई बातों को अपने पैगंबर का अनादर बता कर न्यायधीश के पुतले फूंक रहे हैं. यही नहीं सोशल मीडिया पर ‘सर तन से जुदा’ के नारे भी देखे जा रहे हैं. नेपाल के मुसलमान आयोग ने भी इस मुद्दे में गवर्नमेंट से एक्शन लेने की माँग की है.

मुस्लिम आयोग ने नेपाल गवर्नमेंट को एक शिकायती पत्र दिया है, जिसमे कहा गया है कि फेसबुक पर कमल नारायण दास के नाम से इस्लाम का अपमान करने के लिए झूठी और भ्रामक बातें लिखी गईं है. इस पोस्ट में मुसलमान समुदाय द्वारा रखे जाने वाले रोजे पर टिप्पणी की गई है. मुसलमान आयोग ने इस पोस्ट पर रमजान में साझा करने के पीछे नेपाल के भाईचारे को समाप्त करने की षड्यंत्र कहा है. मुसलमान आयोग ने गुस्सा जाहिर करते इसे नेपाल में साम्प्रदायिकता फैलाने की षड्यंत्र करार दिया है.

रिपोर्ट के अनुसार, नेपाल में अनेक मत-मजहबों को एक जैसा बताते हए मुसलमान आयोग ने बोला है कि कुछ लोग कमल नारायण दास के नाम से वायरल हो रही पोस्ट को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बता रहे हैं. मुसलमान आयोग ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जैसी दलीलों को इस मुद्दे में गलत करार देते हुए इसको अपनी संस्कृति पर धावा माना है. मुसलमान आयोग का बोलना है कि ऐसी पोस्ट को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बताना नेपाली कानून और संविधान का उल्लंघन है. इसके साथ ही मुसलमान आयोग ने आरोपित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की माँग की है. पत्र पर अध्यक्ष के रूप में शमीम मियाँ अंसारी के हस्ताक्षर हैं.

बता दें कि, कथित पोस्ट जिस सोशल मीडिया एकाउंट द्वारा किया गया है, वह नॉन-वेरिफाइड है. अभी तक नेपाली पुलिस या कोई जाँच एजेंसी आधिकारिक रूप से यह नहीं बता पाई है कि पोस्ट किसने लिखी है. इसके बाद भी नेपाल के एक बड़े हिस्से में मुसलमान भीड़ वहाँ की शीर्ष न्यायालय के न्यायधीश कमलनारायण दास के विरुद्ध सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रही है. ‘नेपाली मुसलमान शांति समाज सरलाही मलंगवा’ नामक एक फेसबुक पेज पर तो ‘Arrest Kamal Naranyan Das’ नाम से कैंपेन भी चलाया जा रहा है. 12 अप्रैल (शुक्रवार) को इस कैप्शन से साथ अटैच वीडियो में मुसलमान भीड़ चौराहे पर आग लगाकर नारेबाजी करती नज़र आ रही है.

फरहाद अहमद नामक एक शख्स ने शनिवार (13 अप्रैल, 2024) को अपने फेसबुक पर कमलनारायण दास के विरुद्ध नेपाल के सरलाही जिला स्थित मलंगवा में निकले जुलूस के वीडियो पोस्ट किए हैं. यह जुलूस मुसलमान बोर्ड नेपाल की तरफ से निकाला गया है. इस प्रदर्शन के जुलूस में छपे पोस्टर्स पर ‘गुस्ताख-ए-रसूल के विरुद्ध कार्रवाई’ दर्ज था. जुलूस में कई मौलवी और मौलाना नज़र आए थे. ये सभी पुलिस के सामने ही भड़काऊ नारे लगा रहे हैं.

इन नारों में अल्लाह हु अकबर, नारा ए तकबीर के साथ ‘तेरा मेरा रिश्ता क्या, ला इलाह इल्ललाह’ जैसे नारे शामिल थे. वहीं, बीच में से एक आदमी कह रहा था कि, ‘सर तन से जुदा’ वाला लगाओ. हालाँकि, अभी तक नेपाली पुलिस ने किसी की गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.

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