स्वास्थ्य

बदलते मौसम में हाथ-पैर या सिर के दर्द की समस्या से ऐसे पाएं निजात

मौसम बदल रहा है सर्दियां धीरे धीरे जा रही हैं और मौसम में गर्माहट महसूस हो रही है ऐसे में शरीर दर्द परेशान करता है हाथ, पैर, सिर दर्द या बदन दर्द की कठिनाई बढ़ जाती है आज ‘जान जहान’ में फिजियोथेरेपिस्ट ख्याती शर्मा से बदलते मौसम में हाथ-पैर या सिर के दर्द से कैसे निजात पाएं

लैक्टिक एसिड की वजह से होता हाथ, पैर और सिर का दर्द

बदलते मौसम और उठने-बैठने के गलत उपायों की वजह से भी शरीर के भिन्न-भिन्न हिस्सों में ऐंठन या दर्द की कम्पलेन रहती है दरअसल, यह आवश्यकता से अधिक मेहनत का नतीजा है अधिक मेहनत का काम करने से शरीर में लैक्टिक एसिड बढ़ता है जो मसल्स में दर्द का कारण है लैक्टिक एसिड एक कार्बोक्सिलिक एसिड है जो मांसपेशियों में जमा होकर थकावट महसूस कराता है जिससे ऐंठन होने लगती है मांसपेशियों को जब ऑक्सीजन की कमी होती है तब भी हाथों और पिंडलियों में ऐंठन होती है

महिलाओं में मसल्स पेन की शिकायत

नेशनल सेंटर बायोटेक्नोलॉजी के अनुसार करीब 60 से 85 फीसदी जनसंख्या को मसल्स पेन रहता है 70 से 80 वर्ष की स्त्रियों में से करीब 7 फीसदी से अधिक महिलाएं फाइब्रोमायल्जिया सिंड्रोम यानी मांसपेशियों में दर्द से पीड़ित होती हैं

बदन दर्द दूर करने के घरेलू इलाज

ज्यादा देर तक बाइक या गाड़ी में बैठकर यात्रा करने, अधिक चलने, देर तक खड़े रहने या देर तक बैठने से मांसपेशियों में खिंचाव या दर्द हो सकता है मौसम में परिवर्तन की वजह से भी ऐसा हो सकता है आयुर्वेदाचार्य डाक्टर सिद्धार्थ सिंह से जानते हैं बदन दर्द समेत हर दर्द के उपचार के बारे में

लहसुन और सरसों के ऑयल की मालिश से मिलेगा आराम

मसल्स पेन का उपचार करने के लिए लहसुन का इस्तेमाल लाभ वाला है मांसपेशियों में दर्द की रोकथाम और हर्बस की किरदार पर हुए अध्ययन में कहा गया है कि लहसुन में उपस्थित एलिसिन नाम का कंपाउंड मांसपेशियां में दर्द को कम करने में अहम है इसमें कई एंटीऑक्सीडेंट गुण हैं यह एक्सरसाइज से होने वाले दर्द को कम करने में मददगार है लहसुन की कलियों को सरसों ऑयल में जलाकर दर्द वाली स्थान मालिश करें इसे कई बार दोहराएं, आराम मिलेगा

बदलते मौसम में बदन दर्द होना आम बात है, कुछ घरेलू नुस्खे अपनाकर आप दर्द से राहत पा सकते हैं

दर्द को दूर भगाए अदरक

अदरक का इस्तेमाल मांसपेशियों के दर्द में राहत दिला सकता है अदरक में एनाल्जेसिक यानी दर्दनाशक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण उपस्थित हैं जो मसल्स पेन से निजात दिला सके हैं

सरसों ऑयल की मालिश करें

मांसपेशियों में दर्द का आयुर्वेदिक उपचार सरसों का ऑयल है प्रतिदिन सरसों के ऑयल से मालिश करने से गठिया समेत मांसपेशियों में खिंचाव की वजह से होने वाले दर्द से आराम मिलेगा

नीलगिरी का ऑयल सूजन दूर करे

मांसपेशियों में दर्द को नीलगिरी के ऑयल से भी दूर कर सकते हैं नीलगिरी के ऑयल में एनाल्जेसिक असर होता हैं, जो दर्द से राहत दिलाने में कारगर है नीलगिरी का ऑयल एंटी इंफ्लामेटरी गुण से भरपूर है, जो सूजन दूर करता है

हॉट बैग या साफ सूती कपड़ा

हॉट बैग को आवश्यकता के हिसाब चार्ज करें फिर इससे दर्द वाली स्थान सिकाई करें यदि हॉट बैग नहीं, तो साफ सूती कपड़े को कई तह लगाकर में मोड़ लें इसके बाद गैस पर तवे को गर्म करें फिर इसी तवे पर कपड़े को कुछ सेकंड के लिए हल्का गर्म करें कपड़ा जब हल्का गर्म हो जाए तो उससे सिंकाई करें गर्म सिंकाई को दिन में दो बार किया जा सकता है

गर्म पानी की थैली से सिंकाई

हीट थेरेपी दर्द को कम करने में लाभ वाला है गर्म पानी से सिंकाई करने से न केवल मांसपेशियों का दर्द, बल्कि कमर दर्द से भी राहत मिलती है, क्योंकि इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हो सकता है

ठंडी सिंकाई, आइस पैक या फिर गीले कपड़े का करें इस्तेमाल

मांसपेशियों में तनाव के उपचार के लिए बर्फ का पैक भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है खासकर, व्यायाम करने के बाद आइस पैक का इस्तेमाल अधिक लाभ वाला है अध्ययन में कहा गया है कि ठंडी सिंकाई मांसपेशियों में होने वाले दर्द को कम करने में काफी असरदार हो सकती है

हल्दी-पानी या दूध है दर्द की दवा

हल्दी का इस्तेमाल भी मांसपेशियों में दर्द की दवा है हल्दी दूध पीने से दर्द कम होने के साथ-साथ मांसपेशियों में सुधार होता है इसमें उपस्थित करक्यूमिन एंटी इंफ्लामेट्री असर सूजन को कम कर दर्द से राहत दिलाता है यही वजह है कि हल्दी मसल्स पेन के लिए रामबाण है

तुलसी रस की मालिश से दर्द दूर

तुलसी का इस्तेमाल भी मसल्स पेन ट्रीटमेंट के लिए किया जा सकता है तुलसी में एनाल्जेसिक गुण होते हैं इसका यह गुण मांसपेशियों में दर्द का आयुर्वेदिक उपचार करने में कारगर है

दालचीनी या इसका ऑयल भी दर्द करे दूर

दालचीनी के ऑयल का मांसपेशियों के दर्द का आयुर्वेदिक उपचार है प्रतिदिन दालचीनी खाने से मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द से जुड़ी परेशानियां कम होती है दालचीनी के ऑयल में एंटी इंफ्लामेटरी गुण उपस्थित होते हैं, जो सूजन को कम करते हैं

कैमोमाइल ऑयल दर्द भगाएं

मांसपेशियों में खिंचाव की वजह से होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए कैमोमाइल का ऑयल का इस्तेमाल भी अच्छा है कैमोमाइल ऑयल मस्कुलर पेन,गठिया, सूजन, मोच की वजह से होने वाले दर्द से राहत दे सकता है

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