सर्दियों में तिल खाने से शरीर को मिलती है ये फायदे
शाहजहांपुर: कड़कड़ाती ठंड आपको बीमार कर सकती है। इस ठंड से बचने के लिए आपको गर्म तासीर वाले फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। सफेद तिल के बीज भी एक ऐसा ही सुपरफूड है। जिसे ठंड में जरूर खाना चाहिए। सफेद तिल के बीज अपनी गर्म तासीर के लिए जाने जाते हैं। तिल में बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं जो अन्य तिलहन और दलहनी अनाजों में नहीं पाए जाते। तिल खाने से शरीर में गर्माहट बनी रहती है।
कृषि विज्ञान केंद्र की वैज्ञानिक डाक्टर विद्या गुप्ता ने कहा कि तिल के बीज में कैल्शियम, मैग्नीशियम और गुड फैट जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो हड्डियों को मजबूत करने, सूजन को कम करने और दिल से जुड़ी रोंगों को दूर करने में सहायता कर करते हैं। तिल के बीज में अच्छी मात्रा में प्रोटीन भी पाया जाता है। यदि प्रतिदिन सुबह तिल का सेवन करते हैं तो आप दिनभर इन एनर्जेटिक बने रहेंगे।
दिल की रोंगों से रखता है दूर
डॉ विद्या गुप्ता ने कहा कि तिल में एंटी ऑक्सीडेंट, ओमेगा 3 फैटी भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। जो आपके दिल को मजबूत करता है। आपको दिल की रोंगों से दूर रखता है। नियमित तौर से तिल का सेवन करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। इसके अतिरिक्त यह मधुमेह मरीजों के लिए भी बहुत लाभ वाला होता है। चिकित्सक विद्या गुप्ता ने कहा कि तिल में फाइबर अच्छी मात्रा में पाई जाता है। इसकी वजह से पाचन दुरुस्त रहता है। तिल का सेवन नियमित तौर पर किया जाए तो कैंसर जैसी लाइलाज रोग से निजात मिल सकती है।
तिल का कैसे करें नियमित सेवन
डॉ विद्या गुप्ता ने कहा कि तिल सर्दियों में लोगों को खूब पसंद आता है। ऐसे में तिल के लड्डू या फिर गजक बनाकर नियमित तौर पर इसका सेवन किया जा सकता है। तिल की खिचड़ी और हलवा भी बनाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त यदि तिल को पीसकर दूसरे भोजन के साथ भी खाया जाए तो भोजन की पौष्टिकता बढ़ जाती है।
ज्यादा मात्रा में तिल खाना हो सकता है हानिकारक
गृह विज्ञान की वैज्ञानिक डॉ विद्या गुप्ता ने कहा कि एक स्वस्थ आदमी को प्रतिदिन 30 ग्राम से 50 ग्राम तिल ही खाना चाहिए। तिल का अधिक मात्रा में सेवन करने से पाचन बिगड़ सकता है। क्योंकि इसमें अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है। ऐसे में ध्यान दें कि अधिक तिल खाना नुकसानदायक हो सकता है।