स्वास्थ्य

महिलाओं की प्रजनन क्षमता को धीरे-धीरे कम कर देती है ये बीमारी

विशेषज्ञों ने कहा कि कभी एक दुर्लभ रोग मानी जाने वाली इस रोग का अब आम तौर पर निदान किया जाता है और कर्नाटक में एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) का प्रसार बढ़ रहा है एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) एक सूजन की स्थिति है जहां एंडोमेट्रियल ऊतक (गर्भाशय की परत के समान ऊतक) गर्भाशय के बाहर बढ़ता है

एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) गर्भाशय, मूत्राशय या आंतों जैसे अंगों को कुछ बिंदुओं पर आपस में चिपका सकता है, और इस स्थिति को ‘आसंजन’ बोला जाता है फोर्टिस अस्पताल, बैंगलोर की सलाहकार, प्रसूतिशास्त्री और गायनेकोलॉजिस्ट, प्रजनन और लेप्रोस्कोपिक (Laparoscopic) सर्जन डाक्टर उषा बीआर ने कहा कि लगभग 70 फीसदी महिलाएं जो बाह्य बीमार विभाग में भयावह मासिक धर्म और डिस्पैरुनिया की शिकायतों के साथ आती हैं, उन्हें एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) का पता चलता है, कुछ मामलों में तो कोई लक्षण नहीं होते हैं

उन्होंने बताया, “मैं हर महीने कम से कम 25 मुद्दे देखती हूं यह यौन क्रिया के दौरान भी दर्द का कारण बनता है, जिससे यौन रोग, पारस्परिक टकराव और बाद में बांझपन होता है एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) अंडाशय का एक शान्त खतरा और प्रजनन क्षमता को धीरे-धीरे कम करने वाला है

डॉ रमेश ने कहा, “एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis), जो प्रजनन उम्र की 10 से 15 फीसदी स्त्रियों और पुरानी श्रोणि दर्द वाली 70 फीसदी स्त्रियों को प्रभावित करता है, अक्सर गलत निदान के कारण सामने नहीं आ पाता है, जिससे अनावश्यक कठिनाई बढ़ती है“उन्होंने कहा कि “यह आमतौर पर डिस्मेनोरेरिया के रूप में होता है, जो मासिक धर्म के दौरान तीव्र दर्द के रूप में प्रकट होता है, जिसे अक्सर सामान्य माना जाता है ये महिलाएं न सिर्फ़ शारीरिक पीड़ा बल्कि मानसिक पीड़ा भी सहती हैं, क्योंकि उनके दर्द को अक्सर उनके साथियों द्वारा कम दर्द सहने की क्षमता मान लिया जाता हैऔसतन 6.7 वर्ष के देरी से निदान होने के कारण, लगातार दर्द और स्वास्थ्य बिगड़ने का सामना करना पड़ता है उन्होंने कहा कि विशेष रूप से किशोरावस्था में शीघ्र पता लगाने से आशा की किरण जगी है, जिससे संभावित रूप से पीड़ा कम हो सकती है और प्रजनन क्षमता बची रह सकती हैकर्नाटक के बेंगलुरु में, कई क्षेत्रों की तरह, एंडोमेट्रियोसिस के निदान और प्रबंधन में लागत और लक्षणों की जटिलता जैसी बाधाएं बनी हुई हैं हालांकि, शीघ्र से उपचार प्रारम्भ करने की आसार आशा की एक किरण बनी हुई है, जो दर्द से राहत दिलाने, रोग की प्रगति को रोकने और पूरे क्षेत्र में स्त्रियों की प्रजनन क्षमता की रक्षा करने का वादा करती है

Related Articles

Back to top button