क्या सच में 40 डिग्री से ज्यादा टेंपरेचर पर ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए…
Will Cold Water Dangerous in Heatwave: सोशल मीडिया पर हर पल मैसेजों की बाढ़ आती रहती है। इसमें क्या सच है क्या गलत है, इसका अंदाजा लगाना भी कठिन होता है। हर कोई कुछ भी लिख देता है और कुछ भी दावा करने लगता है। इन दिनों हेल्थ से जुड़े एक मैसेज खूब इधर से उधर भेजे जा रहे हैं जिसमें दावा किया जा रहा है कि यदि तापमान 40 डिग्री से अधिक हो जाए और उसमें कोई ठंडा पानी पिएं तो यह बहुत घातक साबित हो सकता है। इसमें स्ट्रोक आने के चांसेंज कई गुण बढ़ जाते हैं। इस मैसेज में कितनी सच्चाई है या यह अफवाह है, इसी बात को जानने के लिए मीडिया ने सर गंगाराम हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट और पूर्व राष्ट्रपतियों के फिजिशियन रह चुके पद्म श्री सम्मानित डॉ। एम वली से बात की।
ठंडा पानी पीने से कोई हानि नहीं
डॉ। एम। वली ने कहा है कि आजतक कोई ऐसी रिसर्च या स्टडी सामने नहीं आई है जिसमें यह साबित हुआ हो कि हीटवेव के दौरान ठंडा पानी पीने से शरीर के किसी अंग को हानि पहुंचता है। मेडिकल साइंस में कहीं नहीं लिखा है कि तेज गर्मी में ठंडा पानी पीने से कोई हानि होता है। उन्होंने कहा कि जब गर्मी बहुत अधिक बढ़ जाए तो जाहिर है लोग ठंडा ही पानी पिएंगे। यदि गर्म पानी पिएंगे तो शरीर और तपने लगेगा। गर्मी के दिनों में आप चाहे कितना भी चिल्ड पानी पिएं शरीर के अंदर जाते ही यह एडजस्ट हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे शरीर के अंदर का तापमान नियत होता है जब इसमें कुछ ठंडी चीजें जाएंगी तो बॉडी का मैकेनिज्म स्वयं ही इसे संतुलित कर देगा। शरीर का अपना थर्मोडायनामिक्स होता है जो हर पल स्वयं को एडजस्ट करने में लगा रहता है। इसलिए गर्मी में ठंडा पानी पीने से कोई हानि नहीं होता। डाक्टर वली ने कहा है कि सोशल मीडिया पर हेल्थ से जुड़े जो दावे किए जाते हैं, उसे डॉक्टरों से राय लिए बगैर नहीं मानें क्योंकि इसकी कोई गारंटी नहीं होती।
ज्यादा गर्मी में क्या करें
डॉ। वली ने कहा कि हीट स्ट्रोक तब आता है जब आपके शरीर में पानी की पूरी तरह कमी हो जाए। इस कंडीशन में शरीर का तापमान 104 डिग्री से उपर चला जाता है। इस स्थिति में यदि तुरंत शरीर को हाइड्रेट नहीं किया जाए तो ब्रेन, हार्ट, किडनी और मसल्स डैमेज होने लगता है। वहीं जब दिमाग में ऑक्सीजन की सप्लाई कम होने लगे या बाधित हो जाए तो इसमें स्ट्रोक आ सकता है। इसलिए पानी चाहे ठंडा हो या नॉर्मल गर्मी के दिनों में हमेशा पीते रहें। शरीर को हमेशा हाइड्रेट रखने के लिए गर्मियों में जो पानी वाले फल मिलते हैं, उसका सेवन अधिक करें। भोजन में हरी पत्तीदार सब्जियों का सेवन अधिक करें। खीरा, ककड़ी, तरबूज, केल, सेलेरी आदि का सेवन अधिक करें। दाल और दाल का पानी खूब पिएं। इसके साथ अधिक गर्मी में बाहर न निकलें। जहां तक संभव हो, छांव में रहें। बाहर छतरी में चलें, धूप का चश्मा लगाएं। हमेशा पानी अपने पास रखें। तेज धूप में निकलने से पहले तौलिए को हल्का भीगा कर सिर पर रखें। थोड़ी सी कठिनाई होने पर ओआरएस का घोल पिएं या नमक-चीनी को पानी में मिलाकर पिएं।