बिहारस्वास्थ्य

इन 4 अनुमंडलीय अस्पतालों में शुरू हुआ सिजेरियन प्रसव, गर्भवती महिलाओं को मिली राहत

हेल्थ रिपोर्टर|मधुबनी जिले के सभी अनुमंडलीय अस्पतालों में सिजेरियन प्रसव की सुविधा बहाल कर दी गई है. फूलपरास अनुमंडलीय हॉस्पिटल में सुविधा मौजूद होते ही सभी चारों अनुमंडलीय हॉस्पिटल झंझारपुर, जयनगर, बेनीपट्टी और फूलपरास में यह सुविधा मौजूद हो गई है. मालूम हो कि अनुमंडलीय अस्पतालों में सिजेरियन प्रसव की सुविधा मौजूद करवाने को लेकर डीएम अरविंद कुमार वर्मा भी सिविल सर्जन को निर्देश देते रहे थे. इसके बाद सिविल सर्जन डाक्टर नरेश कुमार भीमसारिया ने पहले झंझारपुर और फिर अन्य अनुमंडलीय अस्पतालों में यह सुविधा मौजूद करवाई. मालूम हो कि पूर्व में जिले में सदर हॉस्पिटल को छोड़कर अन्य किसी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सिजेरियन प्रसव की सुविधा मौजूद नहीं है. डॉक्टरों की कमी तो कभी उपकरण की कमी की बाधा आती रही थी. ग्रामीण क्षेत्रों में कई बार गर्भवती स्त्रियों को गैरकानूनी नर्सिंग होम तक प्रसव करवाने की विवशता होती थी. सिविल सर्जन डाक्टर नरेश कुमार भीमसारिया ने बोला कि अब नियमित रूप से अनुमंडलीय अस्पतालों में सिजेरियन प्रसव की सुविधा मौजूद करवाई जाएगी. साथ ही निजी अस्पतालों में सिजेरियन प्रसव पर 25 हजार से लेकर 50 हजार रुपए तक का खर्चा होता है. ऐसे में अनुमंडलीय अस्पतालों में यह सुविधा मौजूद होने से गरीब रोगियों को फायदा होगा. मालूम हो कि अनुमंडलीय अस्पतालों में सिजेरियन प्रसव की सुविधा मौजूद नहीं रहने की वजह से पूरा लोड सदर हॉस्पिटल पर आ गया था जिस वजह से कभी-कभी रेफर करने की भी स्थिति बन जाती थी. ऐसे में अब सभी अनुमंडलीय हॉस्पिटल में सिजेरियन प्रसव की सुविधा मौजूद होने से सदर हॉस्पिटल के लेबर रूम में भी लोड घटेगा. सिविल सर्जन डाक्टर नरेश कुमार भीमसारिया ने कहा कि सदर हॉस्पिटल की तरह सभी अनुमंडलीय अस्पतालों में भी गर्भवती स्त्रियों के लिए मेडिकल किट की प्रबंध भी की जा रही है.

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