स्वास्थ्य

आंख, मुंह और पेट के रोगों के लिए रामबाण है ये पेड़

कुछ खराब आदतों की वजह से सबसे पहले हमारी आंखों की रोशनी कमजोर हो जाती है आजकल की लाइफस्टाइल में सबसे अधिक बल हमारी नाजुक आंखों पर ही पड़ता है इसके लिए चिकित्सक चश्मा लगाने की राय देते हैं लेकिन, आज भी आयुर्वेदिक पद्धति की बात की जाए तो धरती पर कई ऐसे औषधीय पेड़- पौधे हैं, जिनके माध्यम से विभिन्न रोगों का निवारण किया जा सकता है कुछ इसी तरह का उल्लेख बकायन पेड़ (Health Benefits of Bakayan Tree) का भी मिलता है ये आंखों की रोशनी में वृद्धि करने के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की रोंगों को भी दूर करने में काफी सहायक माना जाता है

पिछले 25 सालों से लगातार स्नातक, परास्नातक विद्यार्थियों को औषधि पौधे एवं बॉटनी संबंध में शोध करा रहे चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी परिसर में संचालित बॉटनी विभागाध्यक्ष एवं आयुर्वेदिक पौधों के एक्सपर्ट प्रो विजय मलिक बताते हैं कि बकायन का पेड़ भी नीम की प्रजाति का ही है जैसे नीम का पेड़ रोगों के उपचार के लिए लाभदायक है वैसा ही बकायन का पेड़ (Benefits of Chinaberry Tree) है इसका भी फूल, फल और छाल कई प्रकार की रोंगों को दूर करने में काफी इस्तेमाल किया जाता है वह बताते हैं कि यदि किसी भी आदमी के फंगल से संबंधित स्कीन में कोई भी परेशानी है तो वह पत्तियों के लेप को उस जगह पर लगा सकते हैं ये संक्रमण को ठीक करते हुए उस फंगल घाव को ठीक करने में सहायता करता है

इन समस्याओं का भी होता है समाधान

1- देखने को मिलता है कि काफी बुजुर्ग गठिया बाय के दर्द से परेशान रहते हैं ऐसे में बकाया की पत्तियों को पीसकर दर्द वाले जगह पर उसका लेप लगाया जाए, तो काफी राहत मिलती है

2- कई बार देखा जाता है कि दवा खाने के बाद भी बुखार की कम्पलेन बनी रहती है ऐसे में इस पेड़ की छाल और तुलसी के पत्तों से बना काढ़े का इस्तेमाल करने से राहत मिलती है

3- आंखों की रोशनी के लिए भी इस पेड़ की पत्तियों को काफी उपयोगी माना जाता है इसको पीसकर उसका अर्क आंखों मे आयुर्वेद एक्सपर्ट की राय पर इस्तेमाल किया जाए, तो उससे आंखों की रोशनी भी ठीक होती है

4- मुंह के छालों की परेशानी के अतिरिक्त पेट में दर्द, जोड़ों में दर्द समेत विभिन्न प्रकार की रोंगों को दूर करने में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है

Related Articles

Back to top button