इन 7 घरेलू नुस्खों से बवासीर को करे ख़त्म
बवासीर पर घरेलू उपचार : बवासीर के लक्षण क्या हैं? बवासीर के बाद टॉयलेट वाली स्थान पर खुजली और बेचैनी जैसी समस्याएं महसूस होती हैं। इस दौरान रक्तस्राव भी होता है। ऐसे में आप 7 घरेलू नुस्खों से घरेलू इलाज कर सकते हैं। खास बात यह है कि इससे ऑपरेशन में समय भी नहीं लगेगा।
नीम नीम की पत्तियों में सूजन-रोधी और एनाल्जेसिक गुण होते हैं। इसमें सूजन और कठिनाई को कम करने की क्षमता होती है। गुदा क्षेत्र को साफ करने के लिए नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर ठंडी मात्रा का प्रयोग करें। नीम के रस के रूप में नीम की पत्तियों का सेवन आंतरिक फायदा प्रदान कर सकता है।
तुलसी
तुलसी के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। यह पाचन में सहायता करता है और कब्ज से राहत देता है। इनके सेवन से दर्द और सूजन कम करने में सहायता मिलती है। तुलसी के पत्तों को पीसकर उसका रस निकाल लें और शहद में मिला लें। इस मिश्रण का नियमित सेवन करें।
एलोविरा
इसमें सुखदायक और सूजन-रोधी गुण होते हैं। इससे जलन कम हो सकती है। एलोवेरा की ताजी पत्तियों से कारावास निकालें और प्रभावित स्थान पर लगाएं। आंतरिक इलाज को बढ़ावा देने के लिए एलोवेरा जूस का सेवन किया जा सकता है।
हल्दी के पत्ते
इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हल्दी की पत्तियां सूजन को कम कर सकती हैं। यह पाचन स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है। ताजी हल्दी की पत्तियों को पीसकर उसका पेस्ट बाहरी हिस्से पर लगाएं। आंतरिक फायदा के लिए अपने आहार में हल्दी शामिल करें या हल्दी वाली चाय पियें।
आम के पत्ते
आम के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इनके इस्तेमाल से दर्द और कठिनाई से राहत मिल सकती है। यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। आम के पत्तों को पानी में उबालें, इसे ठंडा होने दें और इस घोल से गुदा क्षेत्र को साफ करें। आम के पत्तों से बने कोशा का सेवन करने से आंतरिक फायदा मिल सकता है।
बेल
बेल की पत्तियां पाचन और नियमित मल त्याग में सहायता करती हैं। इसके सूजन-रोधी और एनाल्जेसिक गुण सूजन और कठिनाई को कम करने में सहायता करते हैं। अंगूर की पत्तियों का जूस बनाकर नियमित रूप से सेवन करें। अतिरिक्त पाचन फायदा के लिए बेल फल के गूदे का सेवन करें।
जड़
फाइबर से भरपूर, मूली के पत्ते आंत्र कार्यक्रम को बढ़ावा देते हैं। इसके सूजनरोधी गुण बवासीर के लक्षणों को कम करने में सहायता करते हैं। आंतरिक फायदा के लिए मूली के पत्तों को सलाद में शामिल करें या जूस बनाएं।