राज कपूर की इस ब्लॉकबस्टर फिल्म ने 1985 में रचा था इतिहास
50 से लेकर 80 तक के दशक में राज कपूर ने जो भी फिल्में बनाईं, वह यादगार बन गईं। राज कपूर की लगभग अनेक फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर कमाल किया और लोगों के दिलों में घर कर गईं। उनकी फिल्मों ने लोगों को दीवाना भी बनाया और हिंदी सिनेमा में कल्ट क्लासिक की लिस्ट में शुमार हुईं। ऐसे ही 1985 में राज कपूर के निर्देशन में बनी एक फिल्म रिलीज हुई थी। इस फिल्म के हर तरफ खूब चर्चे हुए। ये फिल्म थी ‘राम तेरी गंगा मैली’, जिसे लेकर खूब हंगामा भी हुआ। फिल्म को लेकर मचे हंगामा की सबसे बड़ी वजह थीं मंदाकिनी, जिन्होंने इसी फिल्म से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था। मंदाकिनी ने फिल्म में कई ऐसे सीन दिए,जिन्हें देखकर दर्शक दंग रह गए।
‘राम तेरी गंगा मैली’ में मंदाकिनी ने कई बोल्ड सीन दिए थे। कभी बच्चे को दूध पिलाते हुए तो कभी झरने के नीचे नहाते हुए। झरने वाले सीन में मंदाकिनी ने बहुत झीने कपड़े पहने थे, जिसे देखने के बाद हर तरफ हंगामा मच गया। राज कपूर के विरुद्ध प्रदर्शन प्रारम्भ हो गया। लेकिन, राज कपूर को इन सबसे कोई फर्क नहीं पड़ता था और वो स्वयं ये बात कई बार साबित कर चुके थे।
लेकिन, ये फिल्म इतनी सफल हुई और मंदाकिनी इस फिल्म से इतनी चर्चा में आ गईं कि उनके नाम पर ही इस झरने का भी नाम रख दिया गया। फिल्म के रिलीज होने तक शायद ही मंदाकिनी को इस बात की समाचार रही होगी कि उनके नाम पर किसी झरने का नाम भी रख दिया जाएगा। जब उन्हें इस बात की भनक लगी तो उन्होंने भी इस पर आश्चर्य जाहिर की थी।
राम तेरी गंगा मैली (1985): राज कपूर द्वारा निर्देशित यह फिल्म वर्ष 1985 की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म थी।
जब मंदाकिनी को पता चला कि उनके नाम पर किसी झरने का नाम रख दिया गया है तो उन्होंने बोला था- ‘मैं मुंबई में नयी थी, मैं इंडस्ट्री में भी नयी थी। मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं थी कि फेमस होने के बाद जीवन में कितने परिवर्तन आते हैं।’ बता दें, मंदाकिनी का जन्म मेरठ में हुआ था। उनके पिता ब्रिटिश और मां कश्मीरी मुसलमान थीं। मंदाकिनी का वास्तविक नाम यास्मिन जोसेफ था, लेकिन फिल्मों में एंट्री से पहले उन्होंने नाम बदल लिया और बन गईं यास्मिन से जोसेफ।