’चेहरे पर चमक और लाली, दोनों लाए अनुपमा का थप्पड़’, जानें
अनुपमा में अभी तक आपने देखा कि डिंपी और अनुपमा के बीच तीखी बहस होगी। इस बहस में डिंपी काफी कुछ ऐसा कहेगी, जिससे सभी घर वाले दंग रह जाएंगे और डिंपी के ही विरुद्ध अपनी बात कहेंगे, लेकिन समर अपनी पत्नी का पक्ष लेगा। आज के एपिसोड में यही बहसबाजी और अधिक देखने को मिलेगी, जहां वनराज मुद्दा शांत करने के लिए कहेगा- ‘ससुर हूं, एक हद से अधिक डांट नहीं सकता, लेकिन मेरी बेटी होती तो मेरा हाथ कबका उठ चुका होता।’
डिंपी करेगी बदतमीजी की हद पार
शो में आज आगे देखने को मिलेगा कि डिंपी, वनराज की बात पर कहेगी- ‘तो मारिए, मार मार के खाल उधेड़ दीजिए। क्योंकि इस घर पर सच बोलने से ईनाम नहीं मिलता बल्कि सजा मिलती है।सब दोगले हैं, एक दूसरे पर वार करते हैं। आपने तो अमीर आदमी से विवाह करके अपनी लाइफ सेट कर ली है। लेकिन हमें तो मेहनत से कमाना है न। क्या चाहती हो आप कि मेरी जीवन भी बा की तरह पाई-पाई को तरसते हुए निकले। मेरा पति भी मेरे जेठ की तरह घर पर पड़ा रहे, या अपने पापा की तरह स्ट्रगल करे, जो उस उम्र में दोबारा बाप बन रहा है, वो भी अपनी दूसरी बीवी से।’
अनुपमा ने जड़ा थप्पड़
डिंपी की बदतमीजी यही समाप्त नहीं होती और वो आगे कहती है, ‘ये बा है, जो दिन पर सोफे पर बैठकर कुड़कुड़ करती है, दूसरी ओर ये बापूजी हैं जो बैठे बैठे अपने दिन पूरे कर रहे हैं, न काम के न काज के शत्रु अनाज के…’, डिंपी की बात समाप्त होने से पहले ही अनुपमा उसे जोरदार थप्पड़ रसीद कर देती है। अनुपमा के थप्पड़ से सन्नाटा छा जाता है और डिंपी सीधे, समर पर गिर पड़ती है और उनके कान में गूंज होने लगती है। इस पर बा कहेगी- ‘चेहरे पर चमक और लाली, दोनों लाए अनुपमा का थप्पड़।’
गुरुकुल पर डिंपी को ताना
अनुपमा के गुस्से पर समर भी कुछ नहीं कह पाएगा और इसके बाद अनुपमा कहेगी- हौसला कैसे हुई, मेरे मां-बापूजी और मेरे पति के बारे में कुछ कहने की। मुझसे बात करनी है तो मुझसे बात कर, मुझसे आगे बढ़ने की हौसला मत करना। सारा दिन घर में क्लैश, सबको बुरा भला कहना, सोचना, बड़े बुजुर्ग का लिहाज किया? किंजल इतने बड़े घर की है, लेकिन वो पूरे की पूरे यहां की हो गई है, तो तुझे किस बात का घमंड है। डांस अकेडमी भी तुम दोनों से संभाली नहीं गई और गुरुकुल संभालने जाना है।’
एक ही घर में भिन्न भिन्न रहेंगे समर-डिंपी
इसके बाद अनुपमा कहेगी- ‘सच सच बता, क्या इस घर के लोग तेरे लायक है, क्या ये घर तेरे लायक है?’ इस पर डिंपी नहीं कहेगी, तो अनुपमा कहेगी- ‘जब ये घर तेरे लायक नहीं, तो तू अपने और अपने इस पति का सामान बांध और इस घर से निकल जा।’इस पर डिंपी इंकार कर देगी और कहेगी- ‘हम नहीं जाएंगे और जाएंगे तो अपना हिस्सा लेकर ही जाएंगे।’ इस पर सब समझाएंगे तो डिंपी, अनुपमा से कहेगी- ‘जब तक हमें हिस्सा नहीं मिलता, तब तक नहीं जाएंगे, फिर बाहर वाले को अच्छा लगे या बुरा।’ इसके बाद डिंपी कहेगी, ‘अगर आप नहीं देंगे तो न्यायालय दिलवाएगा।’इसके बाद आखिर में डिंपी कहेगी कि हम लोग इस घर में भिन्न भिन्न रहेंगे।
कपाड़िया मेंशन में भी जारी बहसबाजी
दूसरी ओर कपाड़िया मेंशन में देखने को मिलेगा कि रोमिल को एटीएम कार्ड देने पर अनुज, अपने भाई रोक को समझाएगा। अनुज कहेगा- बच्चे को समझाना भी प्यार का हिस्सा होता है। इस पर वो कहेगा कि मुझे पता है कि उसे कैसे ट्रीट करना है, वो बाकियों से अलग है। वो परेशान है और इधर बरखा-अधिक भी उसके संग अच्छा व्यवहार नहीं कर रहे। वहीं इस बीच बरखा और रोक में बहस प्रारम्भ हो जाएगी तो अनुज चिल्लाकर शांत करेगा और कहेगा कि रोमिल को आपकी कमजोरी पता लग गई है और वो इसका लाभ जरूर उठाएगा। इस बीच फिर से रोमिल के रहने पर सभी के बीच में लड़ाई होगी। यही नहीं इसके अतिरिक्त पाखी, अनुज के साथ बैठकर बिजनेस का काम करेगी, जिससे बरखा और अधिक परेशान हो जाएंगे।