वरुण धवन के चाचा का सालों बाद झलका दर्द, बोले…
नई दिल्ली। मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री के कद्दावर अदाकार अनिल धवन ने मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री और फिल्मों को लेकर ऐसा खुलासा किया है, जिससे जानने के बाद हर कोई यही कहेगा कि ऐसा नहीं होना चाहिए। बता दें कि अनिल धवन मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री अभिनेता वरुण धवन के चाचा हैं। वह डायरेक्टर डेविड धवन के भाई हैं। अनिल धवन ने बहुत पहले फिल्मों में काम करना छोड़ दिया था, लेकिन फिल्म से अंधाधुन (2018) उन्होंने फिल्मों में वापसी की थी। इसके बाद उन्हें उनके भाई डेविड धवन की फिल्म ‘कुली नंबर 1’ (2020) में देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने पहली बार अपने भतीजे वरुण धवन संग स्क्रीन स्पेस शेयर किया था। हालांकि ये फिल्म दर्शकों को लुभा नहीं पाई।
, दशकों तक फिल्मों में काम करने वाले अनिल धवन का बोलना है कि जब लोग फिल्मों से उनकी अनुपस्थिति के बारे में बात करते हैं तो उन्हें चिढ़ भी होती है। इस बारे में उनका बोलना है- मैं इस ठीक चीजों का आनंद लेता हूं कि लोग अभी भी मुझे पसंद करते हैं और मुझसे प्यार करते हैं। लेकिन फिर कई बार मेरे बारे में ऐसी बातें लिखी जाती हैं जिनसे मुझे गुस्सा आता है। वे कहते हैं कि मैं एक ऐसा अदाकार हूं जिसने धमाकेदार आरंभ की और फिर खो गया। वे ऐसा क्यों कहेंगे? मैंने सालों तक बहुत काम किया है। साथ ही, एक अदाकार के रूप में टेलीविजन उद्योग में 20 सालों तक मेरे सहयोग को लोग कैसे भूल सकते हैं?।
बता दें कि अनिल धवन ने फेमस टीवी शो परपरा (1993), कुसुम (2003), मैं लक्ष्मी तेरे आंगन की (2011), भाग्यलक्ष्मी (2015), मीत: बदलेगी दुनिया की रीत (2021) जैसे टीवी शो का हिस्सा रहे हैं। इन सीरियल में उनकी उपस्तिथि ने हर किसी का दिल जीत लिया था।
जो मुझे चाहिए था वो मिल गया: अनिल धवन
हालांकि टीवी शो को लेकर उन्होंने कहा- मैंने बहुत काम किया है और मुझे स्लो भी करना चाहिए ना। मैं जो चाहता था वह मुझे मिल गया। मैं बहुत संतुष्ट आदमी हूं। मैंने अपनी क्षमता से अधिकतम कोशिश किया और कोई अफसोस नहीं है। मैंने बेहतरीन सिनेमा में से एक किया। बहुत सारे फैमिली शो भी किया जिसे करने के बाद मैं काफी खुश हूं। इस फैमिली शो ने मुझे तब संतुष्टि दी जब मैं अपने चरम पर था। आज मैं सबसे संतुष्ट आदमी हूं क्योंकि जिन लोगों के साथ मैंने काम किया है, उनके साथ मेरा बहुत करीबी रिश्ता बन गया है।
वक्त बदल गया है,निर्माता आप पर पैसा नहीं लगाएंगे
वह आगे कहते हैं कि पिछले कुछ सालों में इंडस्ट्री कैसे विकसित हुआ है और शोबिज में टिके रहना कितना मुश्किल है। उन्होंने कहा- हमारे समय में यदि किसी अदाकार की दो फिल्में भी लगातार फ्लॉप हो जाती थीं, तब भी आपको 2-3 और मौके मिलते थे। लेकिन आज के समय में यदि आपकी फिल्म नहीं चलेगी तो निर्माता आप पर पैसा नहीं लगाएंगे। यह उतना सरल नहीं है। अब यह जोखिम भरा मुद्दा है ।