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भारत में इस महीने कार मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट का ऐलान कर सकती है टेस्ला

 अब टेस्ला की सभी कारों के लिए सेमीकंडक्टर चिप टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स बनाएगी. अमेरिकी इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरर टेस्ला ने इसके लिए टाटा के साथ स्ट्रैटेजिक डील साइन किया है. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस डील के अनुसार टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स टेस्ला के ग्लोबल सप्लाई के लिए चिप मैन्युफैक्चर करेगी.

यह डील ऐसे समय में हुई है जब टेस्ला के मालिक एलन मस्क हिंदुस्तान आने वाले हैं. मस्क पीएम मोदी से भी मिलेंगे. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से कहा कि मस्क 22 से 27 अप्रैल के बीच हिंदुस्तान आ सकते हैं.

इस दौरान टेस्ला के मालिक हिंदुस्तान में कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का घोषणा कर सकते हैं. मस्क ने X पोस्ट में लिखा- प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात का प्रतीक्षा है. उनकी यह पहली हिंदुस्तान यात्रा होगी. इससे पहले मस्क दो बार प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर चुके हैं.

कार मैन्युफैक्चरिंग और बैटरी स्टोरेज प्लांट लगाना चाहती है टेस्ला

  • 3 अप्रैल को ब्रिटेन के फाइनेंशियल टाइम्स ने कहा था कि टेस्ला इस महीने हिंदुस्तान में एक टीम भेजेगी, जो राष्ट्र में 2 से 3 बिलियन $ (₹16 हजार करोड़ से ₹25 हजार करोड़) के इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए स्थान की तलाश करेगी.
  • रिपोर्ट में कहा गया था कि इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए टीम का फोकस महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु जैसे ऑटोमोटिव हब वाले राज्यों पर होगा. इसकी वजह इन राज्यों के पोर्ट (बंदरगाह) हैं, जहां से कारों का एक्सपोर्ट सरल होगा.
  • टेस्ला हिंदुस्तान में इलेक्ट्रिक कार के साथ बैटरी स्टोरेज सिस्टम भी बनाना और बेचना चाहती है. कंपनी ने इसके लिए भारतीय ऑफिसरों के पास एक प्रपोजल दिया था.

भारत में 2-3 बिलियन $ का निवेश करेंगे मस्क
CNBC-TV18 ने कहा कि एलन मस्क हिंदुस्तान में 2-3 बिलियन $ का निवेश करने के प्लान की घोषणा करेंगे. टेस्ला न सिर्फ़ हिंदुस्तान के लिए कारों की मैन्युफैक्चरिंग करना चाहती है, बल्कि यहां से उन्हें ग्लोबल बाजार में एक्सपोर्ट भी करना चाहती है.

इसके अतिरिक्त मस्क हिंदुस्तान में जल्द ही सैटेलाइट बेस्ड ब्रॉडबैंड सर्विसेज भी प्रारम्भ कर सकते हैं. CNBC-TV18 ने कहा कि स्टारलिंक के लिए रेगुलेटरी अप्रूवल्स फाइनल स्टेज में है और कंपनी को जल्द ही लाइसेंस मिलने की आशा है.

सरकार की नयी EV पॉलिसी से टेस्ला की एंट्री सरल हुई
एक महीने पहले हिंदुस्तान गवर्नमेंट ने EV पॉलिसी में परिवर्तन किया था. नयी पॉलिसी के अनुसार, कुछ मॉडल्स के इंपोर्ट पर इंपोर्ट ड्यूटी 100% से घटाकर 15% कर दिया गया था. इसके लिए निवेशकों को कम से कम 50 मिलियन $ (करीब ₹4,172 करोड़) निवेश करना होगा. गवर्नमेंट के इस नयी पॉलिसी से लंबे समय से हिंदुस्तान में आने का रास्ता तलाश रही अमेरिकी बिजनेसमैन एलन मस्क की EV कंपनी टेस्ला के लिए हिंदुस्तान में एंट्री सरल हो गई.

अभी टेस्ला की चार इलेक्ट्रिक कारें
अमेरिकन बाजार में अभी टेस्ला की चार इलेक्ट्रिक कारें बेची जा रही हैं. इनमें मॉडल S, मॉडल 3, मॉडल x और मॉडल Y शामिल हैं. इनमें मॉडल 3 का रियल व्हील ड्राइव वैरिएंट सबसे सस्ता है. अमेरिका में इसकी मूल्य 38,990 $ (करीब 32.48 लाख रुपए) है.

 

 

इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) बनाने वाली कंपनी टेस्ला के मालिक एलन मस्क अपनी हिंदुस्तान यात्रा के दौरान राष्ट्र में 48 घंटे यानी 2 दिन का समय बिताएंगे. CNBC-TV18 ने शुक्रवार (12 अप्रैल) को अपनी एक रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी है.  

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