सामने आया युवक की हत्या का घिनौना सच, अमृतसर और पटना से भी जुड़े केस के तार
19 जनवरी की सुबह कश्मीरी गेट थाने को सूचना मिलती है कि मोरी गेट स्थित डीडीए पार्क में एक पुरुष का मृतशरीर पड़ा हुआ है। सूचना मिलने पर पुलिस की एक टीम को मौका-ए-वारदात के लिए रवाना कर दिया जाता है। मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि पार्क के सुनसान जगह पर एक अज्ञात पुरुष का मृतशरीर पड़ा हुआ था। मृतक के आंख के ऊपर कटे का निशान था और मुंह सहित पूरे शरीर में खून लगा हुआ था। अपराध और एफएसएल टीम के निरीक्षण के बाद मृतशरीर को सब्जी मंडी शवगृह भेज दिया जाता है।
उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त मनोज कुमार मीणा के अनुसार, क्राइम की गंभीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर इन्वेस्टिगेशन संतोष कुमार गुप्ता के संचालन में एक टीम का गठन किया जाता है। वहीं, तकनीकी सहायता के लिए इस टीम के साथ अपराध ब्रांच के एएसआई आदित्य को जोड़ दिया जाता है। मृतक की पहचान सुनिश्चित करने के लिए पुलिस टीम ने मोरी गेट से खोया मंडी के बीच लगे लगभग सभी सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल के साथ-साथ क्षेत्र के 100 से अधिक लोगों से लोगों से पूछताछ की।
पुलिस टीम अथक प्रयासों के बाद मृतक की पहचान प्रमोद कुमार शुक्ला उर्फ गुड्डु के रूप में की गई। प्रमोद मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के भीतर आने वाले रुदुरपुरा गांव का रहने वाला था। जांच में यह भी पता चला कि प्रमोद खोया मंडी में राकेश तोमर उर्फ पहलवान की दुकान पर काम करता था और मोरी गेट स्थित रेन बसेरा में रहता था। प्रमोद के मोबाइल की कॉल डिटेल की स्टडी के दौरान पुलिस का संदेह एक मोबाइल नंबर पर आकर टिक जाता है। यह मोबाइल नंबर राजेशन नाम के शख्स का था।
पूछताछ में सामने आया हत्या का ‘घिनौना’ सच
स्थानीय लोगों से पूछताछ में पता चलता है कि राजेश मूल रूप से बिहार के मधेपुरा जिला के भीतर आने वाले घोसाई चौसा का रहने वाला है। मृतक प्रमोद को अंतिम बार राजेश के साथ ही देखा गया था। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए पुलिस को पता चलता है कि राजेश पटना में छिपा हुआ है। जिसके बाद, दिल्ली पुलिस की एक टीम पटना रवाना कर दी जाती है। लंबी कवायद के बाद दिल्ली पुलिस की टीम राजेश को पटना से हिरासत में ले लेती है और दिल्ली के लिए रवाना हो जाता है।
पूछताछ के दौरान राजेश ने पुलिस को बताता है कि वह और मृतक प्रमोद दोस्त थे। दोनों खोया मंडी के पास स्थित रेन बसेरा में एक साथ रहते थे। उसने कहा कि मृतक प्रमोद उसके साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का दबाव बनाता था। वह प्रमोद की इन हरकतों से परेशान हो चुका था। 17 जनवरी की रात दोनों ने खोया मंडी के पीछे स्थित डीडीए पार्क के बीयर पी। बीयर पीने के बाद प्रमोद एक बार फिर उसके साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के लिए दबाव डालने लगा।
इस घिनौनी मांग को मानने से मना करने पर प्रमोद ने उसे पीटना प्रारम्भ कर दिया। गुस्से में आकर राजेश ने प्रमोद की हत्या कर दी। हत्या करने के बाद राजेश ने प्रमोद के जेब से उसका मोबाइल और 18500 रुपए निकाल कर पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन चला गया। पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास उसने प्रमोद का मोबाइल 400 रुपए में बेंच दिया और गिरफ्तारी से बचने के लि अमृतसर चला गया। अमृतसर में उसने राजेश के जेब से मिले रुपयों से अपने लिए नया मोबाइल खरीदा। अमृतसर (पंजाब) में कुछ दिन रहने के बाद वह पटना (बिहार) के लिए रवाना हो गया।