सीवान के सरकारी स्कूल मे लगातार अनुपस्थित रहने से 4248 छात्रों का नामांकन हुआ रद्द
बिहार मे सरकारी विद्यालय मे शिक्षा को और बेहतर बनाने के लिए बिहार गवर्नमेंट और शिक्षा विभाग के द्वारा कई तरह के नए नियम लगाए गए हैं। इसके अनुसार अब विद्यालय मे बच्चों की 75 प्रतिशत उपस्थिति जरूरी कर दी गई है। इसके साथ की बिना किसी वैद्य कारण के बच्चे 15 दिन तक लगातार अनुपस्थित रहते हैं, तो उनका नामांकन रद्द कर दिया जाएगा।
सीवान जिला शिक्षा विभाग के मुताबिक पूरे जिला के सरकारी विद्यालय मे लगातार अनुपस्थित रहने वाले 4248 विद्यार्थियों पर कार्रवाई करते हुए नामांकन रद्द किया जा चुका है। इन सभी विद्यार्थियों को नोटिस भी दिया जा चुका है।
इन सभी विद्यार्थियों का पुनः नामांकन शपथ पत्र के साथ किया जाएगा। बिहार शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव के।के। पाठक ने विद्यालय से लगातार 15 दिन तक गायब रहने वाले विद्यार्थियों का नामांकन रद्द करने का निर्देश दिया था। पुनः नामांकन के लिए विद्यार्थी और अभिभावक दोनों का शपथ पत्र विद्यालय मे जमा किया जाएगा।
शपथ पत्र मे लिखा होगा की उनका बच्चा अब नियमित रूप से विद्यालय जाएगा। किसी दूसरे विद्यालय में उसका नामांकन नहीं कराया जाएगा और जिस विद्यालय मे नामांकित है उसी में पढ़ेगा। इसके साथ बच्चा अपने शपथ पत्र ने मे नियमित रूप से आने की चर्चा करेगा।
क्या कहते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारी?
जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार ने बोला कि सरकारी विद्यालय में शिक्षा को और बेहतर बनाने के लिए यह फैसला लिया गया है। अब तक कुल 4248 विद्यार्थियों का नामांकन रद्द किया जा चुका है। जो एक साथ दो विद्यालय मे नामांकित थे। सभी सरकारी विद्यालय में नामांकन करा कर सरकारी फायदा प्राप्त कर रहे थे। इसके साथ ही सभी किसी निजी विद्यालय मे पढ़ते थे। इसके साथ ही 10 वीं तक चल रहे अर्द्धवार्षिक परीक्षा मे अनुपस्थित रहने वाले बच्चों का भी नामांकन रद्द किया जाएगा।
कोचिंग के चक्कर मे बच्चे छोड़ देते थे स्कूल
अक्सर ऐसा देखा जाता था कि सरकारी विद्यालय मे बच्चे ना जाकर निजी कोचिंग पर ज्यादातर निर्भर रहते थे। इसके साथ ही कोचिंग संचालक विद्यालय के समय पर ही अपने कोचिंग का संचालन करते थे। इसके कारण बच्चे विद्यालय न जाकर कोचिंग पढ़ने चले जाते थे। सबसे अधिक 11वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को देखा जाता था कि वह विद्यालय में न जाकर पूरी ढंग से कोचिंग पर निर्भर रहते थे।