बिहार

बिहार में यहां है एशिया के सबसे बड़े मीठे पानी की झील

नए वर्ष के आगमन को लेकर उल्टी गिनती प्रारम्भ हो चुकी है उत्सव मनाने की तैयारी में जुट गए हैं अक्सर लोग नए वर्ष पर किसी बहुत बढ़िया स्थान पर घूमने की योजना बनाते हैं यदि आप भी नए वर्ष के मौके पर किसी अच्छी स्थान पर जाना चाहते हैं तो यह समाचार आपके लिए खास हो सकता है आज हम आपको एशिया महादेश की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील यानी कावर झील के बारे में बताने जा रहे हैं यहां दिसंबर से अप्रैल तक पर्यटकों की भीड़ उमड़ती है वैसे तो यहां किसी भी मौसम में प्रकृति प्रेमी आना पसंद करते हैं, लेकिन ठंड में आना यहां हमेशा से खास रहता है

जंगलों से घिरा यह झील में जब विदेशी पक्षी दिखते हैं तो पर्यटकों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं हो जाता है यहां आप 50 से अधिक प्रकार के विदेशी पक्षी को देख सकते हैं जो इस स्थान की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं यह नए वर्ष के मौके पर आपके घूमने के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन साबित हो सकते है

200 रुपये खर्च कर ले सकते हैं इस झील का आनंद
जहानाबाद से घूमने आए सूरज कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से कावर झील के बारे में जानकारी मिली थी यहां पर आया तो झील में बहुत सुंदर नजारा देखने को मिला पर्यटक देवेश कुमार ने कहा कई लोगों से इस झील के बारे में सुना था, अब जाकर यहां घूमने का मौका मिला है वहीं अन्य पर्यटकों ने कहा कि यहां दिसंबर से अप्रैल तक पर्यटकों की सबसे अधिक भीड़ होती हैखास तौर पर यहां नौका विहार कराया जाता है नौका के जरिए एशिया के सबसे बड़े मीठे पानी की झील में सैर करने का अपना एक अलग ही मजा है आप यहां 200 रुपये देकर कई इलाकों का नाव से लुफ्त उठाया सकते हैं

यहां पहुंचा भी है बहुत आसान
आपको बता दें कि कावर झील बिहार का पहला और हिंदुस्तान का 39वां रामसर साइट है इस झील को पक्षी विहार का दर्जा 1987 में बिहार गवर्नमेंट ने दिया था यह झील 42 वर्ग किलोमीटर (6311 हेक्टेयर) के क्षेत्रफल में फैला हुआ है इस बर्ड सेंचुरी में 59 तरह के विदेशी पक्षी और 107 तरह के देशी पक्षी ठंड के मौसम में यहां प्रवास करते हैंकावर झील बेगूसराय जिला मुख्यालय से 22 किमी दूर चेरिया बरियारपुर प्रखंड के मंझौल क्षेत्र से शुरु होती है यह झील इर्द-गिर्द के कई प्रखंडों से होकर समस्तीपुर तक फैला हुआ है यहां आप बस स्टैंड से बस लेकर या फिर स्टेट हाइवे 55 पर चलने वाले कोई भी छोटी गाड़ी के सहारे पहुंच सकते हैं यहां निजी गाड़ी से भी आ सकते हैं

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