बिहार

मासूम बच्चों की तस्करी करने वाले गिरोह को पुलिस ने किया अरेस्ट

वैशाली:- बिहार के सीमांचल क्षेत्र से मासूम की स्मग्लिंग करने वाले एक रैकेट को बच्चों के साथ दबोचने में आरपीएफ और जीआरपी ने कामयाबी पाई है रेल पुलिस ने एनजीओ की सहायता से इस रैकेट को पकड़ा है दरअसल हाजीपुर के एनजीओ कन्हाई शुक्ला सामाजिक सेवा संस्थान को सूचना मिली कि ट्रेन से बच्चों को लेकर एक रैकेट यूपी जा रहा है इसके बाद एनजीओ के सदस्यों ने जीआरपी और आरपीएफ दोनों से संपर्क साधा एनजीओ की टीम हाजीपुर स्टेशन पहुंची और आरपीएफ की सहायता से गरीब नवाज एक्सप्रेस ट्रेन में छापेमारी की छापेमारी के क्रम में 18 बच्चों को रेस्क्यू कर लिया गया, साथ ही दो तस्करों को भी अरैस्ट कर लिया

18 बच्चों का ट्रेन से किया गया रेस्क्यू
स्व कन्हाई शुक्ला सामाजिक सेवा संस्थान के सचिव सुधीर शुक्ला ने मीडिया को कहा कि बचपन बचाओ आंदोलन के द्वारा सूचना मिली थी कि बड़े पैमाने पर मानव स्मग्लिंग करने वाला रैकेट बच्चों को ट्रेन से लेकर जा रहा है संस्थान की ओर से इसकी सूचना आरपीएफ और जीआरपी को दी गई इसके बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर साकेत कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया और टीम ने ट्रेन में छापेमारी कर 18 बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया सुधीर शुक्ला ने कहा कि ट्रेन में और भी बच्चे थे, लेकिन ट्रेन के ठहराव का समय कम रहने के चलते 18 बच्चों का ही रेस्क्यू हाजीपुर में हो पाया हालांकि जहां बच्चों को जाना था, वहां के रेल पुलिस को सूचना देकर बाकी बच्चों का भी रेस्क्यू करा लिया गया

फर्जी डॉक्यूमेंट्स के साथ मिला है फर्जी आधार कार्ड
आरपीएफ इंस्पेक्टर साकेत कुमार ने Local18 को कहा कि अरैस्ट स्मग्लर में कटिहार जिला का मो हसन बसरी और पूर्णिया जिला का खोवाज नजर नवाज शामिल है, जो पूर्णिया और कटिहार के लगभग 27 बच्चों को ट्रेन के जरिए यूपी लेकर जा रहा था सबसे हैरत की बात तो यह है कि इन दोनों के पास से कई फर्जी डॉक्यूमेंट्स और फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किया गया है वहीं इस मुद्दे में हाजीपुर जीआरपी पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है उन्होंने कहा कि रेस्क्यू के बाद तीन घंटे तक आरोपियों से पूछताछ की गई, तो कई अहम सुराग भी मिले दोनों के खिलाफ मानव स्मग्लिंग का मुकदमा दर्ज किया गया है

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