बिहार

बिहार बोर्ड 11वीं एडमिशन: सरकारी स्कूलों में नहीं भरेंगी इंटर की सीटें

Bihar Board Inter Admission 2024: इस बार इंटर में सरकारी विद्यालयों में सीटें नहीं भरेंगी. इंटर में करीब 17 लाख सीटें हैं. मैट्रिक परीक्षा में कामयाबी प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की संख्या 13 लाख 80 है. वहीं मैट्रिक की परीक्षा में कामयाबी प्राप्त करने बाद लगभग पांच से सात फीसदी छात्र-छात्राएं ड्रापआउट कर जाती हैं. वहीं इसमें कई विद्यार्थी मेडिकल, इंजीनियनिंग, इंटीग्रेटेड लॉ सहित कई परीक्षाओं की बेहतर तैयारी के लिए दूसरे राज्यों में नामांकन कराने चले जाते हैं. हालांकि दूसरे बोर्ड के छात्र-छात्राएं भी इंटर में नामांकन बिहार बोर्ड में लेते हैं. बावजूद इसके जितनी सीटें हैं उतनी सीटें भी नहीं भरेंगी. हालांकि पहले जिन विद्यालयों में नामांकन नहीं होता था. इसबार उन विद्यालयों में भी नामांकन होने की आशा है. ग्रामीण इलाकों के विद्यालयों में शिक्षक के आने से 60 फीसदी नामांकन होने की आशा है. वहीं हजारों छात्र-छात्राएं ऐसे भी हैं जो सरकारी विद्यालयों में नामांकन तो करा लेते हैं, पर मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी के नाम पर क्लास नियमित तौर पर नहीं जाते हैं. शिक्षा विभाग के आदेश के बाद इस साल राज्य के विश्वविद्यालयों में इंटर की पढ़ाई नहीं होगी. इन विश्वविद्यालयों में करीब पांच लाख सीटों पर नामांकन होता था.

उच्च माध्यमिक में सभी विषयों के शिक्षक नहीं
अब तक सभी उच्च माध्यमिक विद्यालयों में सभी विषयों के शिक्षक नहीं मिले हैं. कई ग्रामीण विद्यालयों में कॉमर्स के शिक्षक नहीं मिले हैं. विज्ञान के शिक्षकों की नियुक्ति पर्याप्त संख्या के मुताबिक नहीं हुई. वहीं तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया भी पेपर लीक की वजह से खटाई में पड़ गई है.

इंटर विज्ञान में अधिक दाखिला लेते हैं विद्यार्थी
बिहार के छात्र-छात्राएं अधिक इंटर विज्ञान में ही दाखिला लेते हैं. कई ऐसे विद्यालय है जहां प्रयोगशाला तक नहीं है. वहीं कई उत्क्रमित विद्यालय में एक से दो कमरा है. वहीं विज्ञान विषय के अच्छे विद्यार्थियों और अभिभावकों को नामांकन के लिए के लिए सोचना होगा. वहीं इंटर आर्ट्स में नामांकन भी काफी संख्या में होती है.

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