IAS बने सचिन राहड़ के झुंझुनूं आने पर हुआ जोरदार स्वागत
Jhunjhunu News: यूपीएससी के सिविल सर्विसेज के आए रिज़ल्ट में झुंझुनूं के लादूसर गांव निवासी सचिन राहड़ ने कामयाबी प्राप्त की है। सचिन राहड़ को 291वीं रैंक मिली है। चौथे कोशिश में कामयाबी हासिल करने वाले सचिन राहड़ की कामयाबी की कहानी भी काफी प्रेरणा देने वाली है।
सचिन राहड़ बताते है कि उनके पिता एक्सईएन शुभकरण और मां शिक्षिका सावित्री ने हमेशा हमारे तीनों बहन-भाइयों की पढ़ाई को अहमियत रखा, वे जब हमारी पढाई पर पैसा खर्च करते थे तो परिवार और जानकार लोग टोकते भी थे लेकिन उन्होंने पढ़ाई के आगे कभी भी पैसों को महत्व नहीं दिया।
यही कारण है कि आज वे अपना सपना पूरा कर पाए है। सचिन के भाई सुनित सिंह भी आयकर में इंस्पेक्टर है और बहन मोनिका चिकित्सक है। इधर, आईएएस बनने पर पहली बार झुंझुनूं पहुंचने पर सचिन राहड़ का परिवार के लोगों ने जोरदार स्वागत किया। ना सिर्फ़ सचिन को फूलमालाओं से लाद दिया बल्कि परिवार के लोग जमकर डीजे पर थिरके और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर और गुलाल लगाकर शुभकामना दी।
इस मौके पर सचिन राहड़ ने कहा कि उनके वास्तविक मोटिवेटर उनके परिवार के सदस्य है, जिनमें मम्मी, पापा, भाई, भाभी, बहन है, जिन्होंने हमेशा उसे मोटिवेट किया। उन्होंने कहा कि तीसरे कोशिश में जब वे मैन्स तक ही पहुंच पाए तो उन्होंने आगे तैयारी ना करने का मन बना लिया था लेकिन परिवार ने मोटिवेट किया और आज वे अपना सपना पूरा कर पाए।
उन्होंने बोला कि दोस्त और टीचर्स भी मोटिवेटर के रूप में साथ दिया। इस मौके पर उन्होंने बोला कि युवाओं को प्लान लेकर पढ़ना चाहिए। वे स्वयं तो प्लान लेकर नहीं पढ़े लेकिन उन्हें लगता है कि बिना प्लान के पढ़ने से भविष्य असुरक्षित रहता है। साथ ही अब एग्जाम का नेचर बदल गया है। किसका सलेक्शन होगा, किसका नहीं, यह कोई नहीं बोल सकता, जिस दिन रिज़ल्ट आया, उस दिन वे स्वयं भी अपने दोस्तों के साथ मंदिर में बैठे थे लेकिन जब परिणाम आया तो खुशी हुई।
आपको बता दें कि सचिन राहड़ का 2014 में, यानि 10 वर्ष पहले एनडीए में भी चयन हो गया था लेकिन उनका मन सिविल सर्विसेज में था इसलिए उन्होंने ज्वाइन नहीं किया। चूरू से एमए किया और अब 10 वर्ष बाद अपने सपने को पूरा किया।