लेटैस्ट न्यूज़वायरल

बढ़ता प्रदूषण अब चिंता का विषय, इन जगहों का सबसे बुरा हाल

Air Pollution: यूपी में बढ़ता प्रदूषण अब चिंता का विषय बन गया है अनेक कोशिशों और दावों के बावजूद इसमें रोजाना बढ़ोत्तरी हो रहा है हालत ये है कि सुबह के समय प्रदूषण के कारण लोगों का बाहर निकलना कठिन हो रहा है दुनिया के शहरों की हवा में प्रदूषण की जांच करने वाली स्विस एजेंसी (IQ) एयर ने बुधवार सुबह वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट जारी की है इसमें 100 राष्ट्रों का डाटा 60000 से अधिक ग्राउंड बेस मॉनिटरों से लिया गया इस रिपोर्ट में दुनिया के सबसे अधिक प्रदूषित 100 शहरों में बरेली 50वें जगह पर है इसमें यूपी के 22 जिले हैं इस रिपोर्ट में पीलीभीत, बदायूं और शाहजहांपुर भी शामिल हैं, जो काफी चिंताजनक है मगर, उत्तरदायी बिलकुल भी गंभीर नहीं हालांकि,अब तक राष्ट्र की राजधानी दिल्ली दुनिया की सबसे अधिक प्रदूषित राजधानी थी इसके AQI में सुधार आया है मगर, बुधवार को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर हरियाणा का भिवाड़ी है यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 585 है उत्तर प्रदेश का गाजियाबाद दुनिया के प्रदूषित शहरों में दूसरे जगह पर है गाजियाबाद का AQI 555 है बरेली की हवा भी जहरीली हो गई है यहां का AQI बुधवार सुबह 11 बजे 270 था, जो बहुत खराब स्थिति में है शहर के सिविल लाइंस की हवा सबसे अधिक खराब हैं यहां का AQI 220 राजेंद्र नगर का 214 और सुभाष नगर का 190 है

यूपी के कई शहरों में प्रदूषण जानलेवा

दुनिया के टॉप 100 प्रदूषित शहरों में यूपी के कई शहर शामिल हैं इसमें 47वें, 48वें, और 49वें जगह पर शाहजहांपुर, बदायूं और पीलीभीत है इन तीनों जिलों का AQI 277 है उत्तर प्रदेश का नोएडा 6वें जगह पर है यहां का AQI 499 है 10वें जगह पर हापुड़ का AQI 454, 11वें जगह पर मेरठ का 444, 20वें जगह पर सहारनपुर का 335, 25वें जगह पर बुलंदशहर का 319, 26वें जगह पर कैराना का 312, 37वें जगह पर मुजफ्फरनगर का 300, 46 वें जगह पर फिरोजाबाद का AQI 277 है वहीं यूपी की राजधानी लखनऊ 52वें जगह पर है यहां का 274 AQI है 62वें जगह पर संभल का 260, 80वें जगह पर फैजाबाद का 223, 81वें जगह पर कानपुर, 85वें जगह पर इटावा का 223 AQI है

बरेली में धूल और धुएं ने बढ़ाया प्रदूषण

बरेली में काफी दिनों से कुतुबखाना ओवरब्रिज का निर्माण चल रहा है इससे धूल उड़ रही है यहां का एक्यूआई मंगलवार रात 282 तक पहुंच गया था शहर का AQI धूल, और धुएं से बढ़ा है इसके साथ ही वाहनों का जाम भी लोगों के लिए मुसीबत बन गया है आदमी को जीवन जीने के लिए पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है इसकी कमी से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ने लगता है सांस लेने वाली हवा का ऑक्सीजन स्तर 19.5 फीसदी ऑक्सीजन होना चाहिए इसके नीचे ऑक्सीजन जाने से हानि होता है

डॉक्टर बोले- एन-95 मास्क लगाकर निकलें घर से

एक्यूआई बढ़ने से बच्चों और बुजुर्गों की स्वास्थ्य पर काफी असर पड़ रहा है ऐसे में घरों से निकलने में एहतियात बरतने की आवश्यकता है लोगों में स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती हैडॉक्टर एन-95 मास्क लगाकर घर से निकलने की राय दे रहे हैं क्योंकि, बरेली में सांस के रोगियों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुआ है

बरेली का AQI बहुत खराब स्थिति में

0 से 50 AQI है, तो यह बहुत अच्छी बात हैइससे स्वास्थ्य पर कम असर होता है 51-100 AQI भी ठीक है लेकिन, संवेदनशील लोगों को सांस की मामूली परेशानी हो सकती है.101 के बाद ठीक नहीं है.101 से 200 AQI से फेफड़ा, दिल और अस्थमा रोगियों को सांस में परेशानी होती है 201-300 AQI काफी खराब है लंबे समय तक ऐसे वातावरण में रहने पर किसी को भी सांस में परेशानी होना तय है 301-400 AQI बहुत खराब है लंबे समय तक ऐसे वातावरण में रहने पर सांस की रोग का खतरा होता है 401-500 AQI सबसे अधिक घातक हैइंसान की स्वास्थ्य पर सबसे अधिक खराब होती है

वायु प्रदूषण संबंधी बीमारियां

वायु प्रदूषण का सबसे अधिक असर हमारे फेफड़ों पर होता है दरअसल, प्रदूषित कणों से आदमी के फेफड़ों में जाने वाली नली को हानि पहुंचता है, जिसके चलते नली पतली होती चली जाती है इसका असर फेफड़े और इसके इर्द-गिर्द की मांसपेशियों पर पड़ता है वायु प्रदूषण से स्वस्थ व्यक्तियों में भी अस्थमा जैसी बीमारियां घर कर सकती है इसके अतिरिक्त निमोनिया, दमा और लंग कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियां भी वायु प्रदूषण से होती है

किडनी संबंधी बीमारी

डॉक्टरों के मुताबिक, वायु प्रदूषण के कारण नेफ्रोपैथी नामक रोग भी घर कर सकती है इसका सीधा संबंध किडनी से होता इसके अतिरिक्त प्रदूषित वायु में पाए जाने वाले कार्बन से किडनी डैमेज का भी खतरा बन जाता है

दिल पर भी वार करते हैं प्रदूषित कण

स्वस्थ व्यक्तियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण ऑर्गन हार्ट होता है और वायु प्रदूषण फेफड़ों और किडनी के अतिरिक्त दिल पर भी वार करता है वायु प्रदूषण से दिल की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं ऐसे में वायु प्रदूषण में बढ़ोत्तरी के चलते धड़कनों का असंतुलित होना, हार्ट फेल होना और हाइपरटेंशन जैसी जानलेवा बीमारियां हो सकती हैंइन समस्याओं के लक्षण शरीर पर दिखाई देने लग जाते हैं

दिमाग पर भी पड़ता है असर

प्रदूषित हवा का असर हमारे दिमाग पर भी पड़ता है डॉक्टरों के अनुसार उम्रदराज लोगों और बुजुर्गों के मस्तिष्क पर प्रदूषित के कण धावा करते है इससे उन्हें बोलने के लिए संघर्ष करना पड़ता है और सरल गणित के प्रश्नों को सुलझाने में भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है

प्रदूषित हवा का प्रेग्नेंसी में असर

दूषित हवा और प्रदूषण गर्भवती स्त्रियों को भी अपने निशाने पर लेता है जहरीली सांस लेने का असर गर्भ पर भी होता है इससे प्री-मेच्योर डिलीवरी का खतरा बन जाता है इसके अतिरिक्त जन्म के समय बच्चे का वजन कम रह सकता है, जिससे कुपोषण जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती है

त्वचा की शत्रु प्रदूषित हवा

इंसान की त्वचा में रूखापन, जलन, रेडनेस और एक्ज़िमा जैसी तकलीफें आपको हो रही हैं, तो समझ जाए कि वायु प्रदूषण आपकी त्वचा पर वार कर रहा है प्रदूषित हवा में उपस्थित कणों की वजह से त्वचा काफी प्रभावित हो सकती है

कैंसर का भी कारण हो सकता है वायु प्रदूषण

वायु प्रदूषण, सेकेंड हैंड स्मोक, रेडान, अल्ट्रावायलेट रेडिएशन, एस्बेस्टस के अलावा, कुछ केमिकल समेत अन्य प्रदूषक तत्वों के संपर्क में आने से कैंसर का भी खतरा हो सकता है यह कैंसर जानलेवा साहित हो सकता है

प्रदूषण से बचाव के तरीके

डॉक्टरों का मानना है कि यदि आपको वायु प्रदूषण से बचाव करना है, तो मास्क का इस्तेमाल करना होगा इसके अतिरिक्त पर्याप्त पानी पीना और बेवजह बाहर घूमने से भी बचना पड़ेगा इन सब तरीकों के बाद ही वायु प्रदूषण से होने वाली रोंगों पर काबू पाया जा सकता है इसके अतिरिक्त यदि घर के अंदर वायु प्रदूषण को रोकना है, तो आपको किचन के अंदर चिमनी और वाशरूम में एग्जास्ट फैन का इस्तमाल करना होगा, जिससे घर में पर्याप्त मात्रा में वेंटिलेशन होता रहे

 

Related Articles

Back to top button