दिल्ली पुलिस में नौकरी लगाने के नाम पर साढ़े दस लाख की ठगी
अलवर कोतवाली थाना पुलिस ने दिल्ली पुलिस में जॉब लगाने के मुद्दे में साढ़े दस लाख रूपए की ठगी का मुद्दा दर्ज किया है।कोतवाली पुलिस स्टेशन के सहायक उपनिरीक्षक हितेंद्र कुमार ने कहा कि परिवादी सुनील कुमार निवासी नगली मुंशी ने पुलिस स्टेशन पर मुद्दा दर्ज कराया की अगस्त 2022 में, दिल्ली पुलिस में ड्राईवर पद के लिये शारीरिक परीक्षण तैयारी के लिये इन्दिरा गांधी स्टेडियम में जाता था।
10,80,000/-रुपये की मांग
10 अगस्त 2022 को उसकी मुलाकात इन्दिरा गाँधी स्टेडियम, में सुमित यादव और चन्द्रभान यादव निवासी तुलेडा से हुई और सुमित यादव ने पूछा कि आप किस परीक्षा की तैयारी कर रहे हो। तो उसने सुमित यादव को कहा कि वह दिल्ली पुलिस में कानि ड्राईबर के पद की तैयारी कर रहा है। तो सुमित यादव ने कहा कि दिल्ली पुलिस में तेरी जॉब लगवा दूंगा। इसलिये कुछ खर्चा करना पड़ेगा। तो उसने बोला इसमे कितना खर्चा आयेगा।
तो सुमित यादव ने बोला कि तुम्हारा 12 लाख रूपये का खर्चा आयेगा और सुमित यादव ने प्रार्थी सुनील के मोबाईल नम्बर ले लिये और 18 अगस्त 2022 को सुमित यादव ने अपने मोबाईल नम्बर से टेलीफोन करके बोला कि बताओं आपकी जॉब की वार्ता करनी है या नही तो उसने हाँ भर ली। तो सुमित यादव ने बोला कि तुम्हारी शीट बुक कराने के लिये 12 लाख रूपये का व्यवस्था कर लो और बोला 7 लाख रूपये नगद और बाकी 5 लाख रूपये मोबाईल के टेलीफोन पे में ट्रांसफर करने होगें।
बाप बेटे ने मिलकर की जॉब के नाम पर ठगी
तो मैंने अपने सम्बन्धी राजसिंह से 29अगस्त 2022 को सुमित यादव के टेलीफोन पे नम्बर पर 82,000/- रूपये ट्रांसफर किये एवं बीस सितंबर 2022 को आरोपी सुमित यादव अपनी स्कूटी से अपने पिता चन्द्रभान के साथ रेल्वे स्टेशन के पास आए और मोबाईल से टेलीफोन करके बुलाया तो उसने अपने मित्र गोल्डी की मौजदूगी में 2,00,000/-रूपये आरोपी सुमित यादव और उसके पिता चन्द्रभान यादव को दिये गये। एवं अपने सम्बन्धी राजसिंह के मोबाईल से सुमित यादव के
फोन पे पर 8,000/-रूपये और उसके बाद राजसिंह ने फिर अपने टेलीफोन पे नम्बर से सुमित यादव के टेलीफोन पे नम्बर पर 10,000/-रूपये सुमित यादव को डलवाए। उसके बाद दुबारा 5 लाख रूपये नगद लेकर आने के लिये सुमित ने कहा। तो प्रार्थी और उसका सम्बन्धी राजसिंह और मोहित रेल्वे स्टेशन पर गये और वहां पर आरोपी सुमित यादव और उसका पिता चन्द्रभान यादव उपस्थित मिले और प्रार्थी ने 5,00,000/-रूपये आरोपी सुमित यादव और उसके पिता चन्द्रभान यादव को दे दिये। ओर बोला कि आपकी जॉब पक्की हो गई।
ठगी का शिकार हुए पुरुष को धमकी
बाकी पैसे जल्द ही ट्रांसफर करो। जिस पर मैने अपने सम्बन्धी राजसिंह से सुमित यादव के टेलीफोन पे नम्बर पर 50,000/-रूपये ट्रांसफर किये। ऐसे में 10,80,000/-रूपये का भुगतान कर दिया। तथा वाकी धनराशि 1,20,000/-रूपये काम होने के बाद देना तय पाया गया था। प्रार्थी के दिल्ली पुलिस में कानि०/ड्राईवर की परीक्षा हुई और परीणाम आया। लेकिन उसका नाम नही आया। तो मैने सुमित यादव और चन्द्रभान यादव से सम्पर्क किया और बोला कि आपने विश्वास दिलाया था कि आपकी दिल्ली पुलिस मे कानि० / ड्राइवर के पद पर जॉब लग जावेगी। इसके लिये मुझसे 10,80,000/-रूपये भी ले लिये। लेकिन परिणाम मे हमारा नाम नही आया ।इसलिये आप मेरे पैसे वापिस दे दो।
मामला कोतवाली पुलिस स्टेशन में हुआ दर्ज
तो आरोपी सुमित यादव और उसके पिता चन्द्रभान यादव ने बोला कि तुम चिन्ता मत करो। हम आपके पैसे जल्द ही वापिस लौटा देगे और दोनो आरोपीगण मुझको मेरे पैसे लौटाने के लिये कहा। लेकिन पैसे वापिस नहीं लौटाये ओर लगातार दोनो आरोपी से सम्पर्क करता रहा और वह मुझको टालम टोल का उत्तर देते रहे। तथा अन्त में मिन प्रार्थी ने आरोपी सुमित यादव और चन्द्रभान यादव से सम्पर्क किया और मैने अपने दिए गए 10,80,000/-रूपये की मांग की गई। तो आरोपीगण सुमित यादव और चन्द्रभान यादव ने मेरे रूपये देने से इंकार कर दिया और बोला कि हम तो ऐसे ही जॉब का झांसा देकर विश्वासघात धडी और छल कपट और बेईमानी करते हुये रूपये ऐंठ लिए।