नगर निगम कूड़ा कलेक्शन में यूजर चार्ज न देने वालो पर सख्ती हुयी शुरू
उत्तराखंड न्यूज़ डेस्क, नगर निगम कूड़ा कलेक्शन पर खर्च हो रही धनराशि को यूजर चार्ज की वसूली से पूरा करने की तैयारी में है। यूजर चार्ज देने में मनमानी करने वालों पर कठोरता प्रारम्भ कर दी गई है।
ऋषिकेश में हर महीने कूड़ा कलेक्शन पर नगर निगम करीब 20 लाख रुपये खर्च कर रहा है। यह राशि यूजर चार्ज के जरिये वसूलने की कवायद प्रारम्भ हो गई है। घर-घर कूड़ा कलेक्शन से अगस्त तक निगम को 30 दिन के करीब साढ़े चार लाख रुपये मिल रहे थे। लेकिन त्रिवेणी सेना को यूजर चार्ज वसूली के लिए उतारने से यह कलेक्शन दोगुनी यानी 10 लाख रुपये हो गई है।
होटल, वेडिंग प्वाइंट और रिजॉर्ट में यूजर चार्ज अदा किए बगैर शादी-ब्याह का आयोजन कराने वाले संचालकों को भी अब हर आयोजन के बाद एक हजार रुपये देने होंगे।
पांच हजार रुपये का जुर्माना भरना पड़ेगा नगर क्षेत्र में विवाह कार्यक्रम का आयोजन कराने वाले होटल, रिजॉर्ट और वेडिंग प्वांइट संचालकों को अब नगर निगम को एक हजार रुपये का यूजर चार्ज देना होगा। ऐसा नहीं करने पर संबंधित संचालक का पांच हजार रुपये का चालान होगा। यह धनराशि लेने के बाद आयोजन स्थल से निकलने वाले कूड़े को निगम उठाएगा।
केंद्रीय ग्रांट करनी पड़ रही खर्च
शहर में कूड़ा कलेक्शन पर नगर निगम का हर महीने एक मोटी धनराशि खर्च करनी पड़ रही है। जबकि, डोर-टू-डोर कचरा उठाने पर यूजर चार्ज उतना नहीं मिल रहा है। इसमें यूजर चार्ज की वसूली में बड़ी ढिलाई सामने आई है। निगम को केंद्रीय वित्त से मिलने वाली ग्रांट से निजी एजेंसी को भुगतान करना पड़ रहा है।
सेवा की गुणवत्ता में सुधार के साथ यूजर चार्ज की वसूली भी सौ फीसदी करने पर निगम का फोकस है। इसी के मद्देनजर संबंधित ऑफिसरों और कर्मचारियों को कठोर गाइड लाइन जारी किए गए हैं। यूजर चार्ज जरूरी है और इससे अदा करने से इनकार नहीं किया जा सकता है। शुल्क देने से शहर में सुविधाओं का विकास होगा।-चंद्रकांत भट्ट, सहायक नगर आयुक्त, ऋषिकेश