उत्तराखण्ड

इस काम में रुकावट नहीं आई तो 2 दिन में पूरा हो सकता है ऑपरेशन

उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में 12 नवंबर दीपावली के दिन से 41 मजदूर फंसे हैं इस बीच केंद्र और राज्य की कई एजेंसियां मिलकर बचाव अभियान को अंजाम देने में जुटी है जानकारी के मुताबिक बचाव अभियान की सबसे बड़ी आशा ऑगर मशीन है यदि कोई रुकावट नहीं आई तो रेस्क्यू ऑपरेशन 2 दिन में पूरा हो सकता है इस बीच सेंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने ओडिशा के पुरी में रेत की एक मूर्ति बनाकर अंदर फंसे मजदूरों  की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की

इससे पहले मंगलवार को 10 दिन बाद पहली बार श्रमिकों को खाना पहुंचाया गया इसके साथ ही टनल में फंसे श्रमिकों की पहली तस्वीर राष्ट्र के सामने आई टनल में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित देख उनहे परिजनों ने भी राहत की सांस ली हालांकि वे अभी भी टनल के बाहर डेरा जमाकर बैठे हैं और उनके बाहर आने का प्रतीक्षा कर रहे हैं

इस बीच आज से वर्टिकल ड्रिलिंग प्रारम्भ हो सकती है आज ओडिशा और गुजरात से आ रही ड्रिलिंग मशीनों के जरिए यह ड्रिलिंग प्रारम्भ हो सकती है अभी इंटरनेशनल टनल एक्सपर्ट डिक्स अर्नोल्ड के साथ अधिकारी मिलकर तीन प्लान पर काम कर रहे हैं जानकारी के मुताबिक पहला प्लान ऑगर मशीन से है यदि कोई रुकावट नहीं आती है तो 2-3 दिन में सुंरग बनाकर श्रमिकों को बाहर निकाला जा सकता है हालांकि इसमें एक डर यह भी है कि ड्रिलिंग के दौरान और मलबा आ सकता है इसलिए दूसरी ओर से ड्रिलिंग मशीनें बुलाई गई हैं

तीन योजनाओं पर हो रहा काम

दूसरी योजना सिलक्यारा टनल की दोनों साइड की खुदाई करके रास्ता बनाने की है इस काम में 10-15 दिन लग सकते हैं वहीं तीसरी योजना के मुताबिक डंडालगांव की ओर से टनल की खुदाई है इस काम में 35-40 दिन लग सकते हैं इस बीच मंगलवार शाम को श्रमिकों को खाना भेजा गया इसके साथ सेब, केले और संतरे भी भेजे गए अभी टनल में उपस्थित सभी 41 मजदूर शारीरिक रूप से स्वस्थ है |

जानें अब तक के बड़े अपडेट

  • मजदूरों के रेस्क्यू के लिए पहुंची 4 मशीनें अब तक खराब हो चुकी है आज दो और मशीनों के उत्तरकाशी पहुंचने की आसार है इसके लिए ग्रीन काॅरिडोर भी बनाया गया
  • सोमवार को सबसे बड़ी कामयाबी तब मिली जब टनल में 6 इंच का पाइप डालकर 10 दिन से फंसे श्रमिकों तक खाना पहुंचाया गया वहीं एंडोस्कोपी कैमरे के जरिए श्रमिकों की पहली तस्वीर सामने आई सभी मजदूर ठीक हैं
  • एजेंसियों श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए इंटरनेशनल टनल एक्सपर्ट डिक्स अर्नोल्ड की सहायता भी ले रही है इसके लिए वे भी अभी मौके पर उपस्थित हैं और ऑफिसरों को हरसंभव सहायता दे रहे हैं
  • केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और पुष्कर सिंह धामी 19 नंवबर को उत्तरकाशी पहुंचे और राहत कार्यों का जायजा लिया गडकरी ने बोला कि उनकी पहली अहमियत श्रमिकों को बाहर निकालना है उन्होंने बोला कि पीएमओ मुद्दे पर लगातार नजर बनाए हुए हैं |

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