उत्तराखण्ड

उतराखंड में बनी इस तेल को बालों में लगाने से बाल झड़ने की समस्या होगी ख़त्म

चमोली देवभूमि उत्तराखंड में पुरुष ही नहीं बल्कि महिलाएं भी जड़ी बूटियों को अब रोजगार का जरिया बना रही हैं इसके लिए वे स्वयं सहायता समूह का सहारा ले रही हैं और अपने स्वरोजगार को गति देने का काम कर रही हैं साथ ही इन जड़ी बूटियों के लाभ बताकर सभी को सतर्क करने का काम भी महिलाएं कर रही हैं इन दिनों चमोली जिले के पोखरी में मेला लगा हुआ है, जहां नीति घाटी से आई उर्मिला राणा जड़ी बूटियां बेच रही हैं उन्होंने ‘लोकल 18’ से बात करते हुए बोला कि उनके समूह का नाम ‘जय भूमियाल देवता’ है, जिसका केंद्र चमोली जिले के जिलासू में है उनके पास कुटकी, डोलू, फरण, बालछड़ी, काली जीरा, जोरू, मासी समेत कई जड़ी बूटियां हैं,जिनमें कमाल के औषधीय तत्व उपस्थित हैं

बालछड़ी के गजब के फायदे

उर्मिला राणा ने बोला कि आज के समय में हर उम्र के लोगों में हेयरफॉल की परेशानी आम हो गई हैबालछड़ी को बालों में लगाने से बाल झड़ने की परेशानी से राहत मिलती है इसका प्रयोग करने के लिए कड़वे ऑयल (सरसों के तेल) में बालछड़ी को कुछ घंटे डालने से ऑयल का रंग लाल हो जाता है उसके बाद उस ऑयल को बालों की जड़ों में लगाने से बाल झड़ने की परेशानी से आराम मिल जाता है साथ ही बालों की अच्छी ग्रोथ भी होती है

जोरू, फरण, काला जीरा और मासी के फायदे

उर्मिला बताती हैं कि जोरू को दालों में डालने से गैस की परेशानी से राहत मिलती है वहीं फरण और काला जीरा दाल या सब्जी में तड़का लगाने के काम आते हैं ऐसा माना जाता है कि इससे शरीर में बीमारी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है वहीं मासी भोजन में खुशबू के काम आती है घी में मिलाकर भी इसका प्रयोग किया जाता है

कई रोंगों में रामबाण उपचार कुटकी

कुटकी जड़ी बूटी कई रोंगों में रामबाण उपचार है यह पेट की गर्मी को दूर करने, पित्त और कफ की परेशानी को ठीक करने, भूख बढ़ाने, नाल दर्द और बुखार में बहुत लाभ वाला है साथ ही शरीर की जलन, पेट के कीड़े, मोटापा, सांसों की रोग में भी इसके सेवन से फायदा मिलता है

डोलू के जान लीजिए फायदे

डोलू के लाभ बताते हुए उर्मिला राणा कहती हैं कि फोड़े-फुंसी होने पर यदि इसे पत्थर पर घिसकर और हल्के पानी के साथ मिक्स कर इंफेक्टेड स्थान पर लगाते हैं, तो घाव शीघ्र ठीक हो जाता है हर जड़ी बूटी की मूल्य भिन्न-भिन्न है पोखरी मेले में आकर आप इन्हें खरीद सकते हैं

Related Articles

Back to top button